न्यूयॉर्क, 27 जनवरी (आईएएनएस)। वर्तमान में कामगारों के बीच नींद की कमी बड़ी समस्या बनकर उभरी है। शोधकर्ताओं के अनुसार, कार्यस्थल संस्कृति को थोड़ा लोचदार बनाकर न केवल कर्मचारियों को नींद की कमी से उबारा जा सकता है, बल्कि इससे उनके स्वास्थ्य में भी सुधार होगा।
पेंसिलवानिया स्टेट यूनिवर्सिटी में बायोविहेवियरल हेल्थ के एसोसिएट प्रोफेसर ऑरफ्यू एम.बॉक्सटन ने कहा, “पर्याप्त नींद की कमी के कारण हम काम के प्रति चौकस नहीं रह पाते। इससे न सिर्फ हम सूचनाओं को धीरे-धीरे ग्रहण कर पाते हैं, बल्कि कभी-कभी कई तरह की गलतफहमियां पैदा होती हैं और फैसले लेने की हमारी क्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।”
शोधकर्ताओं ने पाया कि जब लोगों के कार्य समय पर उनका खुद का नियंत्रण बढ़ता है, तो बढ़िया नींद के साथ-साथ उसकी समयावधि में भी बढ़ोतरी होती है।
यह अध्ययन 474 कर्मचारियों पर किया किया, जिसमें से आधे का अपने काम पर खुद का नियंत्रण था, जबकि आधे लोग किसी और के हस्तक्षेप में काम कर रहे थे।
पहले छह महीने तथा फिर एक साल के अध्ययन के बाद शोधकर्ताओं ने पाया कि जिनका अपने काम पर खुद का नियंत्रण था, उन्हें न सिर्फ अच्छी नींद आने लगी, बल्कि इसकी समयावधि भी बढ़ गई। इसका पूरा असर उनकी सेहत पर पड़ा।
यह अध्ययन पत्रिका ‘स्लीप हेल्थ’ में प्रकाशित हुआ है।