काबुल, 6 सितम्बर (आईएएनएस)। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में मंगलवार को 11 घंटों तक आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच चला संघर्ष चारों आतंकवादियों के मारे जाने के साथ समाप्त हो गया। मुठभेड़ के दौरान गोलीबारी में एक नागरिक की भी मौत हो गई।
अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ शुरू होने से पहले सोमवार को हुए तीन श्रृंखलाबद्ध विस्फोटों में कम से कम 35 लोग मारे गए, हालांकि अफगान मीडिया में मृतकों की संख्या 43 तक बताई गई है।
रक्षा मंत्रालय के नजदीक हुए इन विस्फोटों में 90 से अधिक लोग घायल हुए हैं। दो विस्फोट सोमवार को दिन में हुए थे, जबकि तीसरा विस्फोट सोमवार देर रात हुआ, जो बहुत भीषण था।
अफगानिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने सोमवार को बताया था कि आतंकवादी हमले में 35 लोगों की मौत हुई है, जबकि अफगानी मीडिया के अनुसार 43 लोग मारे गए हैं, जिनमें एक आत्मघाती हमलावर सहित रक्षा मंत्रालय के कई अधिकारी भी शामिल हैं।
सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, तीसरे विस्फोट के बाद शेष बचे तीन आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जो मंगलवार सुबह तीनों आतंकवादियों की मौत के साथ समाप्त हुआ।
सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि तीसरा हमला विस्फोटकों से लदे एक वाहन को उड़ा कर किया गया।
आंतरिक मामलों के मंत्रालय के अनुसार, सोमवार की रात हुआ हमला एक गैर सरकारी संगठन ‘सीएआरई’ की इमारत पामलाराना को निशाना बनाकर किया गया था।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “एक आतंकवादी ने सोमवार रात पामलाराना परिसर के पास कार बम विस्फोट में खुद को उड़ा लिया और मुठभेड़ के दौरान तीन हमलावरों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया। यह मुठभेड़ मंगलवार सुबह समाप्त हुई।”
मंत्रालय के अनुसार, हमले के बाद सुरक्षा बलों ने तुरंत अभियान शुरू किया और मुठभेड़ वाले इलाके में फंसे 10 विदेशियों सहित कम से कम 42 लोगों को बचा लिया।
तालिबान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने आतंकवादी हमले की निंदा की है और पाकिस्तान की ओर इशारा करते हुए कहा कि अफगानिस्तान के शत्रु ने फिर से इशारा किया है कि वे काबुल के विकास के खिलाफ हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से भी काबुल हमलों की निंदा की गई और अफगानिस्तान के प्रति समर्थन जाहिर किया गया।