चेन्नई, 24 मई (आईएएनएस)। भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम (एनपीसीआईएल) ने शुक्रवार को कहा कि गुजरात के सूरत में काकरापार परमाणु ऊर्जा स्टेशन (केएपीएस-1) के पहले 220 मेगावाट के परमाणु ऊर्जा संयंत्र को ग्रिड के साथ जोड़ा दिया गया है।
एक अधिकारी ने कहा कि अब बिजली उत्पादन का स्तर धीरे-धीरे बढ़ाया जाएगा।
19 मई को केएपीएस-1 इकाई/रिएक्टर के पूरे कूलेंट चैनल, फीडर और सुरक्षा उन्नयन को खराबी के बाद बदला गया था।
रिएक्टर के कूलेंट चैनल से हैवी वाटर के रिसाव के बाद 11 मार्च 2016 को रिएक्टर अपने आप ही बंद हो गया था जिसके बाद से कूलेंट चैनल और फीडर को बदलने की आवश्यकता थी।
केएपीएस में भारत के परमाणु ऊर्जा संयंत्र संचालक एनपीसीआईएल के पास दो 220 मेगावाट की इकाइयों के भारी जल रिएक्टर (पीएचडब्ल्यूआर) हैं। हैवी वाटर रिसाव के बाद यूनिट 1 को बंद कर दिया गया था।
अधिकारी ने कहा कि केएपीएस-2 का नवीनीकरण और आधुनिकीकरण 2018 में पूरा हुआ और यह अपनी पूरी क्षमता के साथ काम कर रहा है।