नई दिल्ली- पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आरपीएन सिंह मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए.
करीब 32 साल तक कांग्रेस में रहे और विधायक से लेकर सांसद और केंद्रीय मंत्री तक का सफर तय करने वाले सिंह ने मंगलवार को ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंपा. भाजपा में शामिल होने को उन्होंने एक नई शुरुआत करार दिया और कहा कि पहले जो कांग्रेस थी, अब वह नहीं रही और न ही उसकी सोच रही.
सिंह ने दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में केंद्रीय मंत्री व उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, उत्तर प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा तथा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की.
इससे पहले सिंह ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की.
सिंह के साथ ही कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रवक्ता शशि वालिया और सचिव राजेंद्र अवाना ने भी भाजपा का दामन थामा.
भाजपा में पूर्व केंद्रीय मंत्री का स्वागत करते हुए प्रधान ने कहा कि विधायक, सांसद और केंद्रीय मंत्री के रूप में और कांग्रेस में सांगठनिक स्तर पर प्रमुख जिम्मेदारी निभाने वाले सिंह का भाजपा में आना शुभ संकेत है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए सिंह ने कहा कि पहले जो सपने में सोचा जाता था, उसे जमीन पर अब उतारा जा रहा है.
उन्होंने कहा, ‘मैं 32 सालों तक एक पार्टी में रहा और ईमानदारी और मेहनत से अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह किया. लेकिन अब वह वैसी रह नहीं गई जो थी. न ही वह सोच रह गई है, जब मैंने वहां शुरुआत की थी.’
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की मंत्रिपरिषद के सदस्य रहे आरपीएन सिंह के कांग्रेस छोड़ने की अटकलें पिछले कुछ समय से लगाई जा रही थीं. वह कांग्रेस में अलग-थलग महसूस कर रहे थे.