उन्होंने कहा कि देश को आजाद करने की लड़ाई में योगदान देने वाले महात्मा गांधी, पंडित जवाहर लाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री के साथ जिन्नाा साहब भी शामिल थे। अपने संबोधन के क्रम में उन्होंने बिना नाम लिए प्रधानमंत्री के लिए अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल भी किया। बाद में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी शामिल थे। ये इतिहास में लिखा हुआ है।