कुरनूल (आंध्र प्रदेश)- कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि वह कांग्रेस के नए अध्यक्ष को रिपोर्ट करेंगे, जो पार्टी में उनकी भूमिका तय करेंगे।
उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान अडोनी में संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष तय करेंगे कि पार्टी कैसे आगे बढ़ेगी।
कांग्रेस सांसद ने एआईसीसी के अध्यक्ष चुनाव के नतीजे की घोषणा से पहले कहा, वह तय करेंगे कि मेरी भूमिका क्या होगी और मुझे क्या काम करना होगा।
उन्होंने अध्यक्ष की भूमिका पर सवालों के जवाब देने से इनकार करते हुए कहा कि नए अध्यक्ष इस पर टिप्पणी करेंगे।
राहुल ने कहा, जहां तक कांग्रेस पार्टी का सवाल है, तो अध्यक्ष के पास ही अंतिम अधिकार होगा। हमारे पास कांग्रेस का एक नया अध्यक्ष होगा, जो यह तय करेगा कि कांग्रेस पार्टी कैसे आगे बढ़ेगी।
उन्होंने कहा, मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर दोनों अनुभवी और समझदार नेता हैं। जो भी चुने जाते हैं उन्हें मुझसे सलाह की जरूरत नहीं है। उनके पास अनुभव और समझ है और वे तय करेंगे कि क्या करना है।
एक अन्य सवाल के जवाब में राहुल ने कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष को रिपोर्ट करेंगे। उन्होंने कहा, जाहिर है। कांग्रेस पार्टी में अध्यक्ष का सर्वोच्च अधिकार होता है और कांग्रेस का प्रत्येक सदस्य उस व्यक्ति को रिपोर्ट करता है।
शशि थरूर टीम द्वारा उत्तर प्रदेश में एआईसीसी अध्यक्ष चुनाव में अनियमितताओं के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पार्टी का चुनाव आयोग इस पर गौर करेगा।
राहुल ने कहा, हम देश में एकमात्र राजनीतिक दल हैं, जहां चुनाव होते हैं। हम एकमात्र राजनीतिक दल हैं, जिसके अंदर एक चुनाव आयोग है। मैंने मिस्त्री जी (कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री) के साथ काम किया। वह बिल्कुल सीधे और मजबूत व्यक्ति हैं। जो भी मुद्दे हैं, चुनाव आयोग को संबोधित किया जाएगा। इसमें गड़बड़ी हुई या नहीं, इसका फैसला लिया जाएगा।
उन्होंने यह भी दावा किया कि कांग्रेस पार्टी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है, जिसके पास ऐसे मुद्दों का समाधान करने के लिए संस्थागत ढांचा है।
राहुल ने आश्चर्य जताया कि अन्य दलों से उनके आंतरिक चुनाव के बारे में सवाल क्यों नहीं पूछे गए। उन्होंने कहा, हर कोई कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के बारे में सवाल पूछता है। मुझे गर्व है कि कांग्रेस पार्टी की एक खुली और पारदर्शी प्रक्रिया रही है। अन्य पार्टियों के चुनाव में किसी की दिलचस्पी क्यों नहीं है? कोई सवाल क्यों नहीं पूछता? भाजपा में चुनाव क्यों नहीं है, क्षेत्रीय दलों में चुनाव क्यों नहीं हैं। सवाल पूछने में किसी की दिलचस्पी नहीं दिख रही है।