नई दिल्ली, 23 जनवरी (आईएएनएस)। भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन, इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएसी) को ‘कुछ और नहीं कांग्रेस के खिलाफ साजिश’ करार देते हुए देश की सबसे पुरानी पार्टी ने शुक्रवार को कहा कि अरविंद केजरीवाल और किरण बेदी लोगों को मूर्ख बना रहे हैं।
नई दिल्ली, 23 जनवरी (आईएएनएस)। भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन, इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएसी) को ‘कुछ और नहीं कांग्रेस के खिलाफ साजिश’ करार देते हुए देश की सबसे पुरानी पार्टी ने शुक्रवार को कहा कि अरविंद केजरीवाल और किरण बेदी लोगों को मूर्ख बना रहे हैं।
कांग्रेस के नेता अजय माकन ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह एक ‘नाटक’ था, जो समय बीतने के साथ समाप्त हो गया है।
उन्होंने एक टीवी चैनल की क्लिपिंग पत्रकारों के सामने पेश की, जिसमें दिखाया गया है कि किस तरह आप (आम आदमी पार्टी) नेता कुमार विश्वास एवं अन्य ‘केजरीवाल और बेदी की असली मंशा और सच्चाई’ का खुलासा करते दिखाई दे रहे हैं। केजरीवाल और बेदी ने तब खुद को भ्रष्टाचार विरोधी धर्मयोद्धा के रूप में पेश कर रहे थे।
माकन ने कहा, “यह साजिश थी। यह भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन नहीं था, बल्कि कांग्रेस के खिलाफ था और केजरीवाल एवं बेदी जैसे लोगों के पास छिपा एजेंडा है..उनके अपने ही साथी यह कह रहे हैं।”
माकन ने विश्वास का उल्लेख किया जो एक टीवी शो में यह कह रहे हैं कि किरण बेदी, पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वी. के. सिंह ने अन्ना हजारे पर जोर डाला कि वे भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) के बारे में बात नहीं करें, बल्कि ध्यान और आलोचना केवल कांग्रेस पर केंद्रित रखें।
बेदी अब भाजपा से दिल्ली में मुख्यमंत्री पद की प्रत्याशी हैं और वी. के. सिंह नरेंद्र मोदी नीत भाजपा की केंद्र सरकार में मंत्री हैं।
कांग्रेस नेता ने यह भी आरोप लगाया कि तथाकथित आईएसी, भाजपा की मदद से खड़ी की गई थी जिसका उद्देश्य कांग्रेस एवं संप्रग सरकार को ‘गंदी रोशनी’ में पेश करना था।
माकन ने कहा, “यह भाजपा की मदद से हुआ। भाजपा ने इस आंदोलन को खड़ा किया था। कांग्रेस यह कहना चाहती है कि क्या केजरीवाल या बेदी सामने आकर सफाई (जो कुछ विश्वास ने कहा है) दे सकते हैं?” उन्होंने आगे कहा, “यह कांग्रेस और संप्रग सरकार के खिलाफ सुनियोजित साजिश थी।”
माकन ने आप के शीर्ष नेता से उसके संस्थापक नेताओं में से एक शांति भूषण द्वारा लगाए गए आरोपों पर स्पष्टीकरण देने को कहा। भूषण ने कहा है कि पार्टी के चुनाव के टिकट पैसों के लिए बेचे गए हैं और वे कहे-सुने जाने वाले अधिनायक की तरह हैं?