नई दिल्ली, 23 नवंबर-संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार को शुरू होने से पहले केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने रविवार को कहा कि कांग्रेस पार्टी संसदीय कार्यवाही को बाधित करने की योजना बना रही है। जेटली ने फेसबुक पर डाले गए अपने पोस्ट में कहा, “कांग्रेस पार्टी जब सत्ता में थी, तब उसने देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया और विपक्ष में भी विनाशकारी दिशा में आगे बढ़ते रहना चाहती है।”
हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप सम्मेलन में भी यहां शुक्रवार को जेटली ने यह बात कही थी।
वित्त मंत्री ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि उसके पास मुद्दों का अभाव है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस व्यर्थ ही एक सरकारी बैंक द्वारा एक कंपनी को ऋण देने को सार्वजनिक बहस का मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही है।
उनका इशारा भारतीय स्टेट बैंक और अडानी माइनिंग के बीच सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए जाने की ओर था, जिसमें बैंक अडानी माइनिंग की आस्ट्रेलिया की एक परियोजना के लिए एक अरब डॉलर का ऋण देगा।
उन्होंने कहा, “किसी बैंक द्वारा किसी कंपनी को ऋण देना कब से सार्वजनिक मुद्दा बन गया। यह पूरी तरह से बैंक और ऋण लेने वाले के संबंधों और ऋण लेने वाले की शाख पर निर्भर करता है।”
जेटली ने कहा कि किसान विकास पत्र की अधिसूचना को पढ़े बिना ही कांग्रेस पार्टी ने इसे काले धन के लिए वरदान करार दिया।
उन्होंने कहा, “केवीपी की अधिसूचना में साफ कहा गया है कि केवीपी खरीदते समय खरीदने वाले को पहचान बताना होगा। यदि 50 हजार रुपये मूल्य से अधिक का केवीपी खरीदा जाएगा, तो खरीदने वाले को पैन नंबर देना होगा। ऐसा लगता है कि कांग्रेस पार्टी ने बिना अधिसूचना पढ़े ही प्रतिक्रिया दे दी है।”