श्रीनगर, 17 जून (आईएएनएस)। जम्मू एवं कश्मीर के सोपोर कस्बे में पिछले दिनों हुई चार हत्याओं के विरोध में अलगाववादियों द्वारा बुधवार को आहूत बंद का जनजीवन पर असर पड़ा है।
कश्मीर घाटी में बुधवार को बंद के कारण सभी दुकानें और बाजार बंद हैं और सार्वजनिक वाहन भी सड़कों से नदारद हैं।
श्रीनगर और घाटी के सभी बड़े कस्बों में सभी व्यापारिक एवं शैक्षणिक संस्थान बंद हैं।
सरकारी दफ्तरों, बैंक और डाकखानों में कामकाज यातायात बाधित होने के कारण प्रभावित हुए हैं।
वाहनों के परिचालन की मनाही के बावजूद श्रीनगर के कुछ हिस्सों में निजी और तिपहिया वाहन दिखाई दिए।
पर्यटक वाहन सैलानियों को सोनमर्ग, गुलमर्ग और पहलगाम जैसे पर्यटन स्थलों तक पहुंचाते दिखाई दिए।
अलगाववादी नेता सैयद अली गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक, मुहम्मद यासीन मलिक, और शब्बीर शाह के नेतृत्व वाली पार्टियों सहित सभी प्रमुख अलगाववादी पार्टियों ने पूर्व आतंकवादियों और अलगाववादी पार्टी के कार्यकर्ता की हत्या के विरोध में संयुक्त रूप से यह बंद आहूत किया है।
सोपोर में पिछले दिनों अज्ञात बंदूकधारियों ने चार पूर्व आतंकवादियों की हत्या कर दी थी। अलगाववादियों का आरोप है कि हत्या के पीछे सरकार समर्थित हत्यारों का हाथ है।
राज्य सरकार ने हत्यारों को गिरफ्तार करने के लिए बड़े पैमाने पर छापेमारी के आदेश दिए हैं। पुलिस का कहना है इन हत्याओं के लिए हिजबुल मुजाहिदीन से टूट कर बना अलगाववादी आतंकवादी गुट जिम्मेदार है।
पुलिस ने मंगलवार को हिजबुल के दो आतंकवादियों अब्दुल कयूम नाजर और इम्तियाज अहमद कंदू पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया।
पुलिस के मुताबिक, सोपोर में पूर्व आतंकवादियों की हत्या के दोनों मास्टमाइंड आतंकवादियों की गिरफ्तारी के लिए 500 से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को लगाया गया है।
मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद यहां सोपोर हत्याकांड पर चर्चा के लिए बुलाई गई बैठक की अध्यक्षता करेंगे।