बेंगलुरू, 7 जून (आईएएनएस)। कर्नाटक ने रविवार को मैगी की बिक्री और उत्पादन पर प्रतिबंध लगा दिया।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री यूटी खादर ने आईएएनएस से कहा, “भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने आम लोगों का स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए सावधानी के तौर पर हमें कुछ समय के लिए मैगी के उत्पादन और बिक्री पर इसकी सभी किस्मों के साथ प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया है।”
यहां एक निजी प्रयोगशाला में की गई जांच में हालांकि सीसे की मात्रा सीमा से कम पाई गई, फिर भी राज्य के खाद्य विभाग ने सभी हितधारकों से इसके विपणन, वितरण और बिक्री से बचने के लिए कहा है और आम लोगों को भी इसे नहीं खाने की सलाह दी है।
खादर ने कहा, “हमने कंपनी (नेस्ले) को आदेश दिया है कि वह बाजार से मैगी को हटा ले। आदेश का उल्लंघन करने वाले को सख्त सजा दी जाएगी।”
खादर ने कहा, “कोलकाता में केंद्रीय खाद्य प्रयोगशाला की जांच रपट आने के बाद कंपनी पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने एक जून को मैगी के नमूने मैसूर स्थित केंद्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी शोध संस्थान (सीएफटीआरआई) और बेंगलुरू स्थित दो निजी प्रयोगशालाओं में जांच के लिए भेजे थे।
सीएफटीआरआई ने हालांकि नमूने की जांच करने से इंकार कर दिया था।
खादर ने कहा, “हम निजी प्रयोगशालाओं से मैगी में एमएसजी की मात्रा की रपट मिलने का इंतजार कर रहे हैं, जो सोमवार तक मिल सकती है। यदि जांच में यह खतरनाक पाई जाती है, तो हम मैगी पर पूर्ण प्रतिबंध लगा देंगे।”
दोनों निजी प्रयोगशालाओं के नाम हैं – रॉबस्ट मैटेरियल्स टेक्न ोलॉजी लिमिटेड और टीयूवी एसयूडी लैब्स।