बेंगलुरू, 30 मार्च (आईएएनएस)। कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने सत्ताधारी जद (एस) और कांग्रेस से कथित तौर पर जुड़े ठेकेदारों और कारोबारियों के यहां आयकर विभाग के छापे रोकने के लिए शनिवार को निर्वाचन आयोग से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया।
कुमारस्वामी ने यहां मुख्य निर्वाचन अधिकारी को लिखे पत्र में कहा, “आयकर अधिकारी हमारे सहयोगियों से जुड़े लोगों के यहां लगातार छापे मार रहे हैं, लिहाजा मैं निर्वाचन आयोग से अपील करता हूं कि वह आयकर विभाग को निर्देश दे कि मोदी सरकार के दबाव में चलाए जा रहे तलाशी अभियान बंद करे।”
कुमारस्वामी ने आयकर विभाग के इन छापों के खिलाफ गुरुवार से शहर में स्थित आयकर विभाग के कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उनके साथ उपमुख्यमंत्री जी. परमेश्वर सहित कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया और कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव व सैकड़ों समर्थन मौजूद थे।
उन्होंने कहा, “आयकर अधिकारियों ने शुक्रवार और शनिवार को छापेमारी जारी रखी। उन्होंने कांग्रेस और जद (एस) कार्यकर्ताओं के माड्या और मैसूर स्थित राइस और सुगर मिलों पर आज तड़के चार बजे तक छापेमारी की कार्रवाई जारी रखी और उनके परिसरों में खुफिया कैमरे लगा रखे हैं। खुद को रेलवे अधिकारी बताकर उन्होंने वाहन किराए पर लिए और मैसुरू स्थित सरकार द्वारा संचालित सीएफटीआरआई में ठहरे हुए हैं।”
मुख्यमंत्री ने इन छापों को सत्ताधारी सहयोगियों को डराने और उनके कार्यकर्ताओं में भय पैदा करने की एक शर्मनाक कोशिश करार दिया और निर्वाचन आयोग से इस प्रताड़ना को रोकने का आग्रह किया।
कुमारस्वामी ने कन्नड़ में ट्वीट किया है, “छापे शुक्रवार को भी राज्य के 68 स्थानों पर जारी, जिसमें हासन और मांड्या शामिल हैं, जहां हम 18 अप्रैल को होने वाला लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं।”
राज्य के दक्षिण-पश्चिम इलाके में 13 ठेकेदारों, लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों और कारोबारियों के परिसरों में यहां बेंगलुरू, चिकमंगलूर, हासन, मांड्या और शिवमोगा में छापे मारे गए।
आयकर जांच शाखा के महानिदेशक बी.आर. बालाकृष्णन ने गुरुवार को मुख्यमंत्री के आरोपों को नकार दिया था और एक बयान में स्पष्ट किया था कि छापे कर वंचना के विश्वसनीय सबूत पर मारे गए।
बालाकृष्णन ने कहा, “किसी भी सांसद, विधायक या मंत्री के यहां अभी तक तलाशी नहीं ली गई है। तलाशी राज्य के ठेकेदारों और उनसे संबंधित लोगों के यहां ली गई है।”