मुंबई, 11 जून (आईएएनएस)। उपभोक्ता महंगाई दर और औद्योगिक उत्पादन सूचकांक के एक दिन बाद जारी होने वाले आंकड़े से संबंधित अनिश्चिता की वजह से देश के शेयर बाजारों में गुरुवार को गिरावट दर्ज की गई। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 469.52 अंकों की गिरावट के साथ 26,370.98 पर और निफ्टी 159.10 अंकों की गिरावट के साथ 7,965.35 पर बंद हुआ।
महंगाई दर और औद्योगिक उत्पादन सूचकांक के आंकड़े शुक्रवार को जारी होंगे।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 119.48 अंकों की मजबूती के साथ 26,959.98 पर खुला और 469.52 अंकों या 1.75 फीसदी गिरावट के साथ 26,370.98 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 27,000.14 के ऊपरी और 26,348.93 के निचले स्तर को छुआ।
सेंसेक्स के 30 में से 1 शेयर वेदांता (1.54 फीसदी) में तेजी रही।
सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे टाटा पावर (4.88 फीसदी), टाटा मोटर्स (3.61 फीसदी), भेल (3.24 फीसदी), रिलायंस (3.17 फीसदी) और एक्सिस बैंक (3.10 फीसदी)।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 32.85 अंकों की बढ़त के साथ 8,157.30 पर खुला और 159.10 अंकों या 1.96 फीसदी गिरावट के साथ 7,965.35 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 8,163.05 के ऊपरी और 7,958.25 के निचले स्तर को छुआ।
सिर्फ महंगाई और औद्योगिक उत्पादन की बेचैनी ही नहीं बल्कि मानसून के आगमन में देरी और औसत से 12 फसदी कमजोर रहने और ग्रीस कर्ज संकट जैसे संकेतों ने भी बाजार को गिराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
जियोजीत बीएनपी पारिबा फायनेंशियल सर्विसेज के फंडामेंटल रिसर्च प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “कमजोर आर्थिक आंकड़े के अनुमान के कारण आज (गुरुवार को) मुनाफावसूली देखी गई।”
नायर ने कहा, “कल (शुक्रवार) मई महीने के उपभोक्ता महंगाई दर के आंकड़े आएंगे और सर्वेक्षण के मुताबिक इसके पांच फीसदी रहने का अनुमान है। उपभोक्ता महंगाई दर अप्रैल में 4.87 फीसदी थी।”
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी गिरावट देखी गई। मिडकैप 182.70 अंकों की गिरावट के साथ 10,088.07 पर और स्मॉलकैप 167.57 अंकों की गिरावट के साथ 10,612.18 पर बंद हुआ।
बीएसई के सभी 12 सेक्टरों में गिरावट दर्ज की गई, जिनमें वाहन (2.37 फीसदी), बैंकिंग (2.37 फीसदी), बिजली (2.31 फीसदी) और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं (2.03 फीसदी) और रियल्टी (1.96 फीसदी) में सर्वाधिक गिरावट दर्ज की गई।
बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। कुल 739 शेयरों में तेजी और 1,896 में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 113 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ।