मुंबई, 29 मार्च (आईएएनएस)। किसी उत्साहवर्धक संकेत के अभाव में और चौथी तिमाही के परिणाम बेहतर नहीं रहने की संभावना को देखते हुए आगामी सप्ताह में बाजार में बिकवाली के कारण और गिरावट देखी जा सकती है।
जियोजीत बीएनपी परिबास के उपाध्यक्ष गौरंग शाह ने आईएएनएस से कहा, “वायदा और विकल्प सौदों की परिपक्व ता के बाद संक्षिप्त कारोबारी सप्ताह के कारण उम्मीद की जा सकती है कि बाजार में एक छोटे दायरे में उतार-चढ़ाव रहेगा।”
भारतीय शेयर बाजार दो और तीन अप्रैल को क्रमश: महावीर जयंती तथा गुड फ्राइडे के अवसर पर बंद रहेंगे।
शाह के मुताबिक पिछले दिनों में बाजार में आई 5-6 फीसदी गिरावट के बाद अब बाजार में थोड़ी और गिरावट आएगी और उसके बाद काफी धीमी गति से तेजी की वापसी होगी।
कुछ अन्य विश्लेषकों के मुताबिक मार्च में सात फीसदी गिरावट के बाद अप्रैल में उतार-चढ़ाव रह सकती है।
कोटक सिक्युरिटीज के प्राइवेट क्लाइएंट समूह के प्रमुख दीपेन शाह ने आईएएनएस से कहा, “आने वाले समय में कोई उत्साहवर्धक घरेलू संकेत नहीं होने के कारण बाजार पर वैश्विक संकेतों का प्रभाव बने रहने की उम्मीद है। वित्तीय और मौद्रिक मोर्चे पर यदि कोई उत्सावर्धक कदम उठाया जाता है, तो इससे बाजार में थोड़ी तेजी आ सकती है।”
उन्होंने कहा, “और वित्तीय सुधार तथा आर्थिक विकास में और प्रगति के कारण हालांकि हम मध्यम से दीर्घ अवधि में बाजार से सकारात्मक उम्मीद कर रहे हैं।”
जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी की आय का प्रदर्शन बेहतर नहीं रहने के कारण भी आने वाले सप्ताहों में बाजार में तेजी की उम्मीद नहीं की जा सकती है।
जायफिन एडवाइजर्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी देवेंद्र नेवगी ने आईएएनएस से कहा, “बाजार की नजर चौथी तिमाही परिणामों पर है। उम्मीद यह है कि परिणाम उत्सावर्धक नहीं रहेंगे।”
नेवगी के मुताबिक निवेशक वैश्विक घटनाक्रमों से अगले कदम का संकेत लेंगे। सोने और तेल की कीमतों पर भी निवेशकों की नजर रहेगी।
निवेशकों पर फरवरी महीने में उपभोक्ता महंगाई दर में मामूली तेजी का चिंता हावी रह सकता है, जिससे भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा दरों में और कटौती की उम्मीद फिलहाल धूमिल होती दिख रही है।
भारतीय रिजर्व बैंक 2015-16 की प्रथम द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा सात अप्रैल को करेगा।
जियोजीत बीएनपी परिबास के शाह ने कहा, “रिजर्व बैंक की नीति समीक्षा की जहां तक बात है, हमें इस बार कटौती की उम्मीद नहीं है और निवेशकों का मुख्य ध्यान रिजर्व बैंक के गवर्नर के बयान पर रहेगा।”
शाह ने कहा, “उत्साहवर्धक बात सिर्फ कोयला और स्पेक्ट्रम नीलामी से होने वाली आय है।”
इस बीच 27 मार्च को समाप्त हुए सप्ताह में बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 2.83 फीसदी या 802.44 अंकों की गिरावट के साथ 27,458.64 पर बंद हुआ।