कन्नौज, 29 अप्रैल (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के तहत उत्तर प्रदेश की कन्नौज सीट पर आज मतदान हो रहा है। उससे पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के कुछ नेताओं को घर में नजरबंद किया गया है।
सपा नेताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने रविवार शाम को ही सपा के स्थानीय नेताओं को नजरबंद कर दिया था। सपा ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) चुनाव में गड़बड़ी करने की तैयारी में है। सपा कार्यकर्ता उन्हें ऐसा करने से रोक ना पाएं इसलिए उन्हें नजरबंद कर दिया गया है।
सपा के चुनाव संचालन समिति के सदस्य मजहरुल हक उर्फ मुन्ना दारोगा ने बताया, “प्रशासन लोकतंत्र की हत्या कर रहा है, सत्ता पक्ष के दबाव में यह कार्रवाई की जा रही है। एक तरफ चुनाव आयोग मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर जोर दे रहा है, तो दूसरी तरफ प्रशासन वोट देने से रोक रहा है। सभी नेताओं को पुलिस ने रेडकार्ड जारी कर नजरबंद कर दिया है। भाजपा हार की बौखलाहट में यह करवा रही है।”
समाजवादी नेता अनिल आर्य ने आरोप लगाया, “भाजपा सरकार के इशारे पर पुलिस द्वारा पार्टी के नेताओं को परेशान किया जा रहा है। भाजपा के एक भी नेता को घर में नजरबंद नहीं किया गया है, लेकिन हमारे नेताओं को पुलिस द्वारा रोका जा रहा है।”
पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा, “सत्ता पक्ष के दबाव में छापेमारी करने का आरोप बेबुनियाद है। यह सामान्य प्रक्रिया है। सपा के कुछ नेताओं की शिकायत मिली थी, इसलिए यह कार्रवाई की गई है।”
गौरतलब है कि पुलिस ने कन्नौज लोकसभा क्षेत्र में जिला पंचायत अध्यक्ष समेत पांच सपा नेताओं के घर ताबड़तोड़ छापेमारी की थी। तीन प्रधानों को भी पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ के बाद छोड़ दिया।
उधर सपा नेताओं ने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई सत्ता पक्ष के कहने पर की गई है। छापा मारने के बाद पुलिस ने सपा के कई नेताओं को नजरबंद कर दिया। इनके अलावा 45 लोगों को रेड कार्ड जारी किया गया है।
कन्नौज लोकसभा सीट से सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी और यहां की वर्तमान सांसद डिंपल यादव चुनाव लड़ रहीं है। उनका मुकाबला भाजपा के सुब्रत पाठक से है।