भोपाल-नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे द्वारा लगाये आरोपों से क्षुब्ध हो डा. अजय मेहता आज प्रेस से मुखातिब हुए और कटारे पर मान-हानि का दावा ठोकने को कहा है.
पत्नी का नाम मामले में आने से हुए आहत
डा. मेहता अपनी पत्नी का नाम मामले में घसीटे जाने से दुखी थे.उनका कहना है की इसी लिये उन्हे मीडिया से सामने सफाई देने आना पड़ा.
इस घटना से उनके मान-सम्मान को को धक्का पहुंचा है.सत्यदेव कटारे पर मान-हानि का मुकदमा करेंगे अजय मेहता.
क्या वे मुख्यमंत्री के एजेंट हैं?
इस प्रश्न के उत्तर पर वे बोले नहीं मैं एजेंट नहीं हूँ,मैं डा.हूँ और क्या कोई चिकित्सक राजनीतिक और सामाजिक कार्य नहीं कर सकता.
क्या सामाजिक कार्य हैं इनके नाम?
इस प्रश्न के उत्तर पर अजय मेहता गोल -मोल जवाब दे गये,उन्होने कोई सामाजिक उल्लेखनीय कार्य नहीं किया है,हाँ राजनैतिक दौड़ उन्होने जरूर तेजी से लगाई है.
महिन्द्रा की माँ और बहन भी जमीन में पार्ट्नर थीं
व्यापम घोटाले के अभियुक्त नितिन महिन्द्रा अपरोक्ष रूप से अजय मेहता का पार्टनर था,जिसने जमीन में निवेश अपनी माँ और बहन के नाम से किये था.अजय मेहता सफाई देने आये थे लेकिन खुद पत्रकारों के प्रश्नों में उलझते आये.
हर्षित श्रीवास्तव का नाम आने से हड़बड़ाये अजय मेहता
अजय मेहता को उम्मीद नहीं थी की संस्कृत घोटाले में नामजद उनके कर्मचारी से सम्बंधित प्रश्न भी उनसे पूछा जायेगा,यह प्रश्न आते ही मेहता घबडा गये,संयत रूप से जवाब देते-देते उनकी लय बदल गयी,मेहता अपनी सफाई देने आये थे लेकिन स्वयम् फंसते नजर आये.
जब यह पूछा गया की क्या आप हर्षित की मदद करेंगे तब उन्होने मना कर दिया,क्या हर्षित अपराधी है इस पर उन्होने कहा जैसा उसने किया वो ही भरेगा.हर्षित की जमानत ना होने के प्रश्न पर उन्होने कहा की यह उसका पर्सनल मामला है,मुझे नहीं पता.
सार यह निकल कर सामने आया की अजय मेहता सफाई देने आये थे लेकिन स्वयं ही पत्रकारों के प्रश्नों में उलझते नजर आये.