नई दिल्ली, 27 जनवरी (आईएएनएस)। जनता को कैसे लुभाना है यह अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा बखूबी जानते हैं। यह बात सिरीफोर्ट ऑडीटोरियम में उनके भाषण से और स्पष्ट हो गई।
सिरी फोर्ट सभागार में उनके कार्यक्रम में ज्यादातक युवा मौजूद थे, वे ओबामा का नाम चिल्ला रहे थे, उनके लिए बार-बार तालियां बजा रहे थे।
ओबामा और उनकी पत्नी मिशेल जैसे ही मंच से नीचे आकर लोगों से बात करने लगे, वहां पर मौजूद लोगों में उनके साथ हाथ मिलाने की होड़ मच गई।
एक घंटे तक चले इस कार्यक्रम में तालियों की गड़गड़ाहट जारी रही, तकरीबन हर एक मिनट में तालियां बजने लगती थीं।
ओबामा ने इस दौरान युवाओं के सपनों और उनके लिए अवसरों की बात की, अमेरिका और भारत दोनों देशों की विविधता की बात की और कहा कि शिक्षा से लेकर पर्यावरण तक और मूलभूत सुविधाओं से लेकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई तक अब समय भारत और अमेरिका के लिए स्वाभाविक मित्र होने का नहीं अपितु भारत का सर्वश्रेष्ठ साथी होने का है।
उन्होंने कहा, “अगर एक रसोइए का पौत्र राष्ट्रपति बन सकता है और एक चाय विक्रेता प्रधानमंत्री बन सकता है, तो दीन तबकों से आने वाले युवा बड़े सपने देखने की हिम्मत जुटा सकते हैं और अपनी आकांक्षाओं को महसूस कर सकते हैं।”
उन्होंने समाज में महिलाओं की महत्ता पर बात की और कहा, “कोई भी राष्ट्र तभी सफल हो सकता है जब वहां की महिलाएं सफल हों। जैसे ही उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस परेड पर महिला अधिकारियों की टुकड़ी देखकर उन्हें बहुत खुशी हुई। एक बार फिर से ओबामा को सुन रहे लोगों की तालियों की गड़गड़हट गूंजने लगीं। ओबामा ने खास तौर पर विंग कमांडर पूजा ठाकुर का जिक्र किया, जिन्होंने 25 जनवरी को उनके स्वागत समारोह में राष्ट्रपति भवन में उन्हें दिए गए गार्ड ऑफ ऑनर का नेतृत्व किया था।
अपने संबोधन के बाद ओबामा अपनी पत्नी मिशेल के साथ मंच से नीचे आए और पहली कतार में बैठे लोगों से हाथ मिलाया। यह सिलसिला 10 मिनट तक चला। सभागार में मौजूद हर एक सख्श उन्हें अपने मोबाइल में कैद करने में लगा हुआ था।
कार्यक्रम समाप्त होने के बाद एक महिला ने उत्साहित होकर कहा, “अगर ओबामा दिल्ली का चुनाव लड़ते तो मैं उन्हें जरूर वोट देती।”
अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ आए प्रेस दस्ते के एक पत्रकार ने कहा, “ऐसा प्रतीत हो रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति यहां पर बहुत लोकप्रिय हैं।”