भुवनेश्वर , 5 जनवरी (आईएएनएस)। ओड़िशा सरकार ने मंगलवार से पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले वैट में 3 फीसदी का इजाफा किया है। सरकार के इस कदम की आम जनता के साथ ही विपक्षी दलों ने भी काफी आलोचना की है।
इस बढ़ोतरी के बाद अब ओड़िशा में पेट्रोल के दाम 1.39 रुपये बढ़कर 59.96 रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम 1.14 रुपये बढ़कर 49.8 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं।
प्रदेश के वित्तमंत्री प्रदीप कुमार अमत ने कहा कि सरकार ने राजस्व में बढ़ोतरी के लिए वैट की दर 23 फीसदी से बढ़ाकर 26 फीसदी करने का फैसला किया है।
अमत ने कहा, “पेट्रोल और डीजल पर वैट में 3 फीसदी की बढ़ोतरी से राज्य सरकार के खजाने में हर साल अतिरिक्त 381 करोड़ रुपये जमा होंगे। वत्र्तमान वित्त वर्ष के अगले तीन महीनों में 90 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व इकट्ठा होगा।”
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार भी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत घटने के बावजूद करों में बढ़ोतरी कर रही है, ताकि ज्यादा राजस्व इकट्ठा हो। इसलिए सरकार ने भी राजस्व में संतुलन के लिए वैट दर बढ़ाई है।
वहीं, विपक्षी पार्टियों ने सरकार के इस कदम की आलोचना करते हुए बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग की है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष हरिचंदन ने कहा, “ओड़िशा के लोग जहां जरूरी चीजों के दाम बढ़ने से परेशान हैं, वहीं राज्य सरकार सिर्फ घड़ियाली आंसू बहा रही है। सरकार ने इस बढ़ोतरी से आम जनता पर बोझ बढ़ाने का काम किया है।”
उन्होंने इस बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों में ही पेट्रोल-डीजल पर ज्यादा से ज्यादा टैक्स वसूलने की होड़ मची है। पिछली संप्रग सरकार के दौरान यही राज्य सरकार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफे का विरोध करती थी।
वहीं, भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल के नेता बसंत पांडा ने कहा कि राज्य सरकार का यह कदम यह साबित करता है कि उसे राज्य में लोगों की दुर्दशा की परवाह नहीं है।