केनबरा, 9 फरवरी (आईएएनएस)। आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने संसद में पेश एक शोक प्रस्ताव में सिडनी बंधक पीड़ितों के परिवारों के प्रति सहानुभूति जाहिर की है।
समाचार एजेंसी ‘सिन्हुआ’ के मुताबिक, इस शोक प्रस्ताव में मृतकों -कैटरीना डॉसन और टोरी जॉन्सन- के परिवार के सदस्यों ने हिस्सा लिया।
गौरतलब है कि 15 दिसंबर, 2014 को सिडनी के मध्य कारोबारी जिले में स्थित लिंडट चॉकलेट कैफे में बंदूकधारी मैन हरोन मोनिस ने 18 लोगों को 16 घंटे तक बंधक बना कर रखा था।
16 दिसंबर की सुबह पुलिस ने कैफे में घुस कर मोनिस को मार गिराया था। इससे पहले मोनिस ने जॉन्सन की गोली मार कर हत्या कर दी थी।
पुलिस ने इमारत में धावा बोला और डॉसन को मार गिराया।
एबॉट ने इस दुखद घटना को एक भयानक अनुभव बताया, जिसे आस्ट्रेलिया के लोग कभी नहीं भूल पाएंगे।
एबॉट के मुताबिक, यह सुनिश्चित करने के लिए कि देश में कहीं भी इस तरह की घटना दोबारा न हो, इस दिशा में उचित कदम उठाए जाएंगे।
सिडनी बंधक कांड की शिकार महिला मर्सिया मिखाइल द्वारा बचाव अभियान की आलोचना करने के बाद आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने यह बयान दिया है। मिखाइल के मुताबिक, उस स्थिति में पुलिस ने बेहतर काम किया लेकिन वे अव्यवस्थित थे और उनके पास उचित हथियार भी उपलब्ध नहीं थे।
मिखाइल ने रविवार रात अपने बयान में कहा, “मैं जानती हूं कि कई पुलिस अधिकारियों ने बंधकों को बचाने के लिए अपनी जान खतरे में डाली और मैं उसके लिए उन्हें तह-ए-दिल से धन्यवाद देती हूं। मुझे लगता है कि शायद सेना इस स्थिति को ज्यादा बेहतर तरीके से संभाल सकती थी।”