वाशिंगटन, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) ने सैन बर्नार्डिनो शहर में गोलीबारी की घटना को अंजाम देने वाले आतंकवादी के आईफोन को हैक करने के लिए हैकरों का सहारा लिया।
समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, सूत्रों ने मंगलवार को कहा कि एफबीआई ने हैकरों से संपर्क किया, जिन्होंने फोन हैक कर उसमें से जानकारियां निकाली।
एफबीआई नई सूचनाओं का इस्तेमाल एक हार्डवेयर के निर्माण में करेगी, जो एफबीआई को उस आईफोन में छिपी जानकारियों तक पहुंचाने में मदद करेगा।
यह तरीका फोन में डाले गए चार अंकों के व्यक्तिगत कोड को तोड़ने में मदद करता है, वह भी फोन में मौजूद किसी भी सूचना को बिना नुकसान पहुंचाए। दरअसल, एप्पल के आईफोन की यह खासियत है कि अगर 10 बार गलत कोड डाला जाता है, तो फोन में मौजूद सारे आंकड़े स्वत: मिट जाते हैं।
इस बात का हालांकि खुलासा नहीं हुआ है कि इस काम में कितने हैकरों को शामिल किया गया और उन्हें कितना पैसा भुगतान किया गया।
आतंकवादी रिजवान फारूक के फोन में मौजूद सूचनाओं को प्रदान करने से एप्पल कंपनी के इंकार करने को लेकर सरकार और कंपनी के बीच कानूनी विवाद के बाद आखिरकार एफबीआई ने हैकरों की मदद से फोन में मौजूद आंकड़ों तक पहुंच बनाई।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका में दिसंबर महीने में रिजवान फारूक व उसकी पत्नी तशफीन मलिक ने सन बर्नार्डिनो में गोलीबारी कर 14 लोगों की हत्या कर दी थी।
एप्पल ने इसके पहले कहा था कि सरकार द्वारा फोन में मौजूद सूचनाओं तक पहुंच की मांग करना उपयोगकर्ताओं की निजता को जोखिम में डालना होगा।