कोलकाता, 19 अगस्त (आईएएनएस)। प्रख्यात फिल्मकार बुद्धदेव दासगुप्ता तथा गौतम घोष ने पुणे के फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई ) में मंगलवार आधी रात पांच विद्यार्थियों की गिरफ्तारी की निंदा की है।
पुणे स्थित एफटीआईआई में पुलिस ने दंगा फैलाने तथा आपराधिक धमकी के आरोप में पांच विद्यार्थियों को गिरफ्तार किया है। विद्यार्थी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य तथा अभिनेता गजेंद्र चौहान के संस्थान के अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं।
दासगुप्ता ने कहा कि चौहान की नियुक्ति के खिलाफ विद्यार्थियों का आंदोलन जायज है।
उन्होंने कहा, “यह सर्वविदित है कि अध्यक्ष के रूप में जिसकी भी नियुक्ति होगी, उसका अत्यंत प्रतिभा संपन्न होना जरूरी है। संस्थान के अध्यक्ष पद पर जब सईद मिर्जा (पूर्व अध्यक्ष) की नियुक्ति हुई थी, तब किसी ने आवाज नहीं उठाई थी। वर्तमान परिदृश्य में छात्रों का आंदोलन जायज है।”
दिग्गज फिल्मकार ने कहा कि उनके पास इसकी आलोचना के लिए शब्द नहीं है।
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता घोष ने लंबे समय से चले आ रहे इस मुद्दे को सुलझाने पर जोर दिया।
घोष ने कहा, “इस तरह के माहौल में विद्यार्थी अध्ययन नहीं कर पाएंगे। यदि हर मुद्दे का राजनीतिकरण करना है, तो मुझे कुछ नहीं कहना। जो भी हो रहा है, मुझे बिल्कुल पसंद नहीं। यह दुखद है।”