नई दिल्ली, 1 अप्रैल (आईएएनएस)। भारतीय जांचकर्ताओं का एक दल पाकिस्तान जाकर पठानकोट वायुसेना अड्डे पर हुए आतंकवादी हमले की जांच करेगा। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
यह घोषणा भारत में पाकिस्तान के संयुक्त जांच दल के दौरे के बाद की गई। हालांकि, अभी इसकी तारीख की घोषणा नहीं की गई है।
पठानकोट हमले की जांच एनआईए कर रही है। इस हमले में एक नागरिक समेत 7 सुरक्षाकर्मी मारे गए थे। पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने सीमा से घुसपैठ कर भारतीय वायुसेना अड्डे पर हमला किया था। सुरक्षाकर्मियों से उनकी मुठभेड़ 80 घंटों तक चली थी जिसमें सभी आतंकवादियों को मार गिराया गया था।
एनआईए अब पाकिस्तान जाकर इस मामले की जांच करना चाहती है और हमले की योजना बनाने वाले संदिग्धों से पूछताछ करना चाहती है। इनमें पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मुहम्मद के नेता भी शामिल हैं।
एनआईए के निदेशक शरद कुमार ने कहा, “हमने उनसे कहा है कि हम एक जांच दल पाकिस्तान भेजना चाहते हैं और उन्होंने हमारे इस प्रस्ताव का स्वागत किया।”
कुमार ने संवाददाताओं से संक्षिप्त बातचीत के बाद एक बयान जारी कर कहा कि पाकिस्तानी दल ने पूर्ण सहयोग और एनआईए की जांच में न्यायिक सहायता के भारत के अनुरोध पर अमल करने का वादा किया है।
भारत ने जैश के प्रमुख मसूद अजहर पर इस हमले की साजिश रचने का आरोप लगाया है। शरद कुमार ने हालांकि अपने बयान में अजहर का नाम नहीं लिया लेकिन कहा कि एनआईए जैश के पदाधिकारियों के आवाज के नमूने लेगी और मारे गए पाकिस्तानी हमलावरों में एक नासिर हुसैन की मां का डीएनए सैंपल लेगी।
27 मार्च को पांच दिन के दौरे पर भारत आए पाकिस्तानी जांच दल ने पठानकोट वायुसेना अड्डे और उसके आसपास के इलाकों का दौरा किया था। इसके अलावा उन्होंने एनआईए के अधिकारियों के साथ गुप्त वार्ता की थी। इस दल में सेना, पुलिस और खुफिया विभाग (आईएसआई) के अधिकारी शामिल थे। उन्होंने भारतीय जांच एजेंसी को पाकिस्तान में की गई जांच का ब्यौरा दिया।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने संवाददाताओं को बताया कि भारतीय और पाकिस्तानी जांचकर्ताओं की मुलाकातें सकारात्मक रही हैं। पाकिस्तानी दल ने ‘हमारे सबूतों का खंडन नहीं किया।’
एनआईए के प्रमुख ने कहा कि एनआईए ने पाकिस्तानी संयुक्त जांच दल के समक्ष जैश के उन पदाधिकारियों के खिलाफ पूरे सबूत मुहैया कराए हैं, जिन्होंने हमले की साजिश रची, आतंकवादियों को गाइड किया, उन्हें निर्देश दिए और प्रशिक्षण मुहैया कराया।
एनआईए के प्रमुख ने कहा, “एनआईए ने पाकिस्तानी दल को सभी आतंकवादियों की पहचान और उनके पते मुहैया कराए तथा उनसे उसकी पुष्टि करने की गुजारिश की।”
उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी जांच दल ने 16 प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की जिसमें निलंबित पुलिस अधीक्षक सलविंदर सिंह, उनके रसोईये मदन गोपाल और दोस्त राजेश वर्मा भी शामिल थे।