केलेनिक ने कहा, “बीजिंग नवाचार, सृजन और उद्यमिता के मामले में सिलिकॉन वैली को टक्कर दे रहा है और मैं समझता हूं कि अगले पांच सालों में यह सबसे आगे होगा।” उन्होंने कहा कि भविष्य में ज्यादातर चीनी कंपनियां वैश्विक बन जाएंगी।
केलेनिक ने ये बातें ‘गीकपार्क नवाचार महोत्सव’ के दौरान कही, जो कि बीजिंग का एक प्रोद्यौगिकी मंच है। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने बिल गेट्स की तस्वीर भी दिखाई। मंच पर उनके साथ अलीबाबा के चेयरमैन जैक मा और टेनसेंट के संस्थापक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी पोनी मा भी मौजूद थे।
केलेनिक ने विस्तार से बताया कि किस प्रकार ‘डिस्काउंट और ऑफर’ से उन्हें चीन में अपना कारोबार बढ़ाने में कामयाबी मिली। उन्होंने इस संबंध में चीन के कारोबारियों को सबसे बड़ा अन्वेषक बताया और कहा, “मुझे आपसे सीखना है। अगर आपको चीन में टिकना है तो आपको यह पता होना चाहिए कि किस प्रकार कुशलतापूर्वक खर्च किया जाए।”
केलेनिक ने ये बातें उनकी कंपनी उबेर की दीदी-कुवैदी से साथ पिछले दिनों हुए आरोप-प्रत्यारोप के बाद कही है।
उबेर ने दीदी-कुवैदी पर डिस्काउंट और ऑफर के कारण 7-8 करोड़ डॉलर का हर हफ्ते नुकसान झेलने का आरोप लगाया था। वहीं, जवाब में दीदी-कुवैदी ने कहा था कि उसके द्वारा दी जा रही सब्सिडी उबेर द्वारा दी जा रही सब्सिडी का महज 20 से 25 फीसदी ही है।
उबेर में चीनी कंपनी एचएनए द्वारा किए गए गोपनीय निवेश को लेकर पूछे जाने पर केलेनिक ने कहा कि उनकी कंपनी की चीनी इकाई का बाजार मूल्य सात अरब डॉलर है।