लंदन, 27 जनवरी (आईएएनएस)। उबले हुए अंडे को फिर से उसे उसकी पूर्व अवस्था (कच्चा बनाने) में लाने में वैज्ञानिकों ने सफलता पाई है। यह प्रक्रिया कैंसर के इलाज, जैव तकनीक व व्यापक पैमाने पर खाद्य उत्पादन में मददगार साबित होगी।
अमेरिका तथा ऑस्ट्रेलिया सरकार द्वारा वित्तपोषित अध्ययन के मुख्य लेखक ग्रेगरी वीस के हवाले से समाचार पत्र द इंडिपेंडेंट ने कहा, “हां, हमने मुर्गी के उबले अंडे को पूर्व स्थिति में लाने का तरीका ढूंढ निकाला है।”
उबले अंडे का सफेद हिस्सा प्रोटीन होता है, जिसके बारे में अबतक यही मान्यता थी कि उसे उसकी पूर्व स्थिति में नहीं लाया जा सकता।
अखबार के मुताबिक, वैज्ञानिकों ने अंडे को पूर्व स्थिति में लाने तथा प्रोटीन को अलग-अलग करने का तरीका ढूंढ निकाला है। उबले अंडे को तोड़ने के लिए यूरिया का इस्तेमाल किया गया और उसके बाद उसपर एक उच्च क्षमता वाली मशीन ‘वोर्टेक्स फ्लूड’ उपकरण का इस्तेमाल किया गया, जिसके बाद प्रोटीन अपनी पूर्व अवस्था में आ गई।
इस प्रक्रिया द्वारा प्राप्त प्रोटीन के इस्तेमाल से विभिन्न वैज्ञानिक एवं निर्माण प्रक्रिया में क्रांतिकारी परिवर्तन लाया जा सकता है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि ऐसी प्रक्रिया से प्राप्त प्रोटीन से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के लिए एंटीबॉडी का निर्माण किया जा सकता है, जो बेहद सस्ता होगा।
इस अध्ययन का वित्त पोषण अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ जनरल मेडिकल साइंसेज तथा अमेरिका के रिसर्च काउंसिल द्वारा किया गया।
यह अध्ययन पत्रिका ‘केमबायोकेम’ में प्रकाशित हुआ है।