पुलिस ने बताया कि 10 अप्रैल को ठगों ने गोविंदपुरम निवासी प्रदीप मलिक को मोतियों से गेम खेलने में फंसाया और चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर सम्मोहित कर उससे पांच लाख रुपये ठग लिए थे। ये लोग मोतियों से गेम खेलकर तथा कागजों को नोटों के अनुरूप काटकर गड्डी पर ऊपर व नीचे एक-एक नोट लगाकर ठगी करते थे।
इन शातिर ठगों का सरगना देवेंद्र बत्रा है जो विभिन्न जनपदों में थोड़े समय के लिए फ्लैट किराये पर लेता है और अपने साथियों के साथ मिलकर ठगी करके फरार हो जाता है। इस गिरोह का मुख्य धंधा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में लोगों से दोस्ती कर उन्हें ठगना है।
पुलिस ने यह भी बताया कि इन ठगों ने पीड़ित प्रदीप मलिक के अलावा अन्य कई लोगों के साथ ऐसी वारदातों को अंजाम देकर करोड़ों रुपये ठगे हैं।