उर्स 19 और 20 मई को होगा। जहां 19 मई को मदरसों के बच्चों का नात, तकरीर और किरआत का मुकाबला होगा, वहीं 20 मई की सुबह कुरआनख्वानी व कुल होगा।
दरगाह कमेटी के सचिव हाजी मोहम्मद अनीस सिद्दीकी ने बताया कि खम्मनपीर बाबा का उर्स अब चार के दिन के बजाय दो दिन ही होगा। इस दौरान 19 मई को मदरसों के बच्चों का नात, तकरीर और किरआत का मुकाबला और ईशा की नमाज के बाद रात को नौ बजे महफिले मीलाद शरीफ होगी, जिसमें अल्लामा वसी अहमद सिद्दीकी सहित कई उलमा की तकरीर होगी।
उन्होंने बताया कि उर्स के दूसरे दिन यानी 20 मई को सुबह कुरआनख्वानी व कुल होगा। यही नहीं, ईशा की नमाज के बाद रात को नौ बजे जलसा होगा, जिसमें रौनाही के मौलाना वसीम अहमद सिद्दीकी, मौलाना व मुती शमशुद्दीन बहराईची की तकरीर होगी।
उन्होंने बताया कि 20 मई को बरेली शरीफ के विख्यात मुफ्ती हजरत शुऐब रजा नईमी, अल्लामा अब्दुल मुस्तफा हश्मती की तकरीर होगी। जलसे की सरपरस्ती मौलाना व मुती शमशुद्दीन बहराइची करेंगे और अध्यक्षता मौलाना अनीस आलम सीवानी सीवानी बगदादी करेंगे। उर्स के दौरान लंगर, पुलाव-जर्दा व शर्बत वितरण का सिलसिला जारी रहेगा।