लखनऊ , 30 अप्रैल (आईएएनएस)। नेपाल के भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए उत्तर प्रदेश से अब तक 28 ट्रक राहत सामग्री नेपाल भेजी गई है। राज्य सरकार ने 205 बसें नेपाल भेज चुकी है। इनमें से 80 बसें एवं 29 छोटे वाहन नेपाल से वापस भी आ चुके हैं, जिनमें 42 बसों में मुख्यत: बिहार के लोग हैं।
इन बसों से नेपाल में फंसे आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात एवं कर्नाटक के लगभग 5 हजार 500 लोग गोरखपुर पहुंच चुके हैं।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने निर्देश दिए हैं कि नेपाल में फंसे लोगों को निकालने के लिए लगातार बसें भेजी जाएं, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को सकुशल वापस लाया जा सके। प्रदेश सरकार की ओर से नेपाल को ज्यादा से ज्यादा सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।
प्रवक्ता के अनुसार, गुरुवार दोपहर तक विभिन्न प्रदेशों जैसे-आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात एवं कर्नाटक के लगभग 5 हजार 500 लोग गोरखपुर विश्वविद्यालय में स्थापित राहत शिविर में आकर आगे के लिए प्रस्थान कर चुके हैं।
उन्होंने बताया कि 1 ट्रक दवाइयां, 10 ट्रक बिस्कुट और 7 ट्रक मिनरल वाटर सहित कुल 18 ट्रक राहत सामग्री राष्ट्रीय आपदा दल को नेपाल में भूकंप पीड़ितों के बीच वितरण के लिए उपलब्ध कराया जा चुका है।
प्रवक्ता ने बताया कि लखनऊ से 28 ट्रक राहत सामग्री के साथ रवाना किए गए थे, जो अब नेपाल सीमा में प्रवेश कर चुके हैं। इसके अलावा बड़ी मात्रा में चावल, दाल, आटा, कंबल, बिस्कुट, क्लोरीन टैबलेट, टेंट, प्लास्टिक तिरपाल, ब्लीचिंग पाउडर, सैनिटरी पैड, तौलिये, नमकीन, ड्राई लंच पैकेट, मिनरल वाटर की बोतलें, चीनी, ग्लूकोज, मिल्क पाउडर इत्यादि भेजे जा चुके हैं।
राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद की ओर से 775 क्विंटल चावल, 15 क्विंटल दाल, 705 क्विंटल आटा, 928 क्विंटल आलू, 71 क्विंटल गेहूं, 106 क्विंटल प्याज, 12 क्विंटल चीनी, 21 क्विंटल नमक, 15 गत्ते बिस्कुट, 1 क्विंटल गुड़, 24 कार्टन पानी की बोतल सहित अन्य राहत सामग्री भी भेजी जा रही है।
प्रवक्ता ने बताया कि नेपाल से आ रहे भूकंप पीड़ित शरणार्थियों के लिए मुख्य राहत शिविर गोरखपुर विश्वविद्यालय में स्थापित कर दिया गया है। इसके अलावा, कैम्पियरगंज जनपद गोरखपुर में कंट्रोल रूम व सहायता केंद्र स्थापित है, जो भूकंप पीड़ितों को गोरखपुर विश्वविद्यालय स्थित मुख्य राहत शिविर तक पहुंचने में मदद कर रहा है।