लखनऊ, 31 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के भीतर मची ‘रार’ थम गई है। मुख्यमंत्री अखिलेश और रामगोपाल का निष्कासन रद्द हो गया है। इस बीच दिलचस्प बात यह है कि पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने जो राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाया था और जिसको लेकर इन दोनों के खिलाफ कार्रवाई हुई थी, वह टलेगा नहीं। पहली जनवरी को अधिवेशन होगा।
इस अधिवेशन को मुख्यमंत्री अखिलेश संबोधित करेंगे। सभी से अधिवेशन में शामिल होने की अपील की गई है।
सपा सूत्रों के मुताबिक, अखिलेश की सूची स्वीकार कर ली जाएगी और सभी प्रत्याशियों पर एक बार फिर से विचार किया जाएगा। अखिलेश ने अपने समर्थकों से कहा है कि वह अधिवेशन में बोलेंगे और पार्टी के खिलाफ जिन्होंने साजिश की है, उन पर एक्शन लिया जाएगा।
रामगोपाल यादव ने कहा कि रविवार को ही अधिवेशन होगा, ये पहले से तय था।
वहीं शिवपाल सिंह यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा, सब लोग मिलकर चुनाव में जाएंगे और समाजवादी पार्टी को दोबारा सत्ता में लाएंगे। उन्होंने कहा, मुलायम और अखिलेश साथ में बैठकर प्रत्याशियों के नामों पर विचार करेंगे।