डिप्टी सीएमओ ने भी गांव का दौरा कर हालात का जायजा लिया और टीम को गांव में ही रुककर कैम्प लगाने व दवा का छिड़कराव कराने का आदेश दिया है। कैम्प में 130 बुखार पीड़ित मरीजों का उपचार किया गया।
लोहिया ग्राम विदोखर पुरई में डेंगू थमने का नाम नहीं ले रहा है। डेंगू से ग्रसित हो मरीज और सामने आ रहे हैं। गांव निवासी कुलदीप यादव पुत्र परशुराम, राजकुमारी पत्नी हरीराम प्रजापति के बाद रामनरेश (20) पुत्र कामता पाल विदोखर मेदनी तथा जगदीश (21) पुत्र आशाराम प्रजापति निवासी विदोखर पुरई को डेंगू से ग्रसित होने पर कानपुर में भर्ती कराया गया है।
गांव में सैकड़ों लोग बुखार से ग्रसित हो इस बात की पुष्टि गांव में कैम्प कर रही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भी की है। सुमेरपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से डॉ. परवेज कादिरी के नेतृत्व में फार्मासिस्ट अंकित सचान, मूलचंद वर्मा, देवीदयाल वर्मा, एएनएम सम्पत शुक्ला आदि की टीम ने गांव में कैम्प लगाकर लोगों की स्लाइड बनाकर उपचार किया।
बीमार लोगों को कैम्प तक लाने के लिए गांव की सभी आशा बहुओं को लगाया गया था। बाद में डिप्टी सीएमओ डॉ. पी.के. सिंह ने गांव का दौरा किया और कैम्प में मौजूद रहकर मरीजों को देखने के बाद मरीजों से कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि डेगू से शरीर में चकते पड़ जाते हैं। प्लेटलेट काउंट घटता है। रक्त में प्लेटलेट के 50 हजार से नीचे होने पर ही खतरा बढ़ता है। उन्होंने कहा कि सुमेरपुर पीएचसी मं डेंगू की जांच की सुविधा उपलब्ध है।
सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में कैम्प लगाया। मंगलवार से गांव में दवा का छिड़काव शुरू कराया जाएगा। वहीं ग्रामीणों ने गांव के अस्पताल में तैनात एमपीडब्लू रामफल पर पैसे लेकर उपचार करने का आरोप लगाया। इस पर डिप्टी सीएमओ ने कहा कि जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।