वर्ष 1948 में 15 जनवरी को ही फील्ड मार्शल के.एम. करियप्पा ने ब्रिटिश के अंतिम कमांडर सर फ्रांसिस बुचर से भारतीय सेना के प्रथम कमांडर-इन-चीफ का कार्यभार ग्रहण किया था। इस दिन को सेना दिवस के रूप में मनाया जाता है।
समारोह में आर्मी कमांडर ने सात यूनिटों 17 इंजीनियर रेजिमेंट, 15 कुमाऊं, 2/9 गोरखा राइफल्स, सिख रेजिमेन्टल सेन्टर, सीसीसीआईयू एवं 418 (स्वतंत्र) फील्ड कंपनी को जीओसी-इन-सी, मध्य कमान यूनिट प्रशस्तिपत्र प्रदान किए। सेना दिवस के अवसर पर आर्मी कमांडर ने सैन्य अधिकारियों और जवानों को पदक प्रदान किए।
युद्ध सेवा मेडल : ब्रिगेडियर कालिका प्रसाद सिंह,
सेना मेडल (शौर्य) मेजर मणि इंदरपाल, मेजर श्रीकांत आर, मेजर दुष्यंत पुनिया, मेजर गौरव आशधीर, मेजर हिंदुजा हितेश जगदीश, मेजर राधवेंद्र मणि त्रिपाठी, कैप्टन करतार सिंह खोखर, मेजर राहुत सिंह (मरणोपरांत) व लांस नायक दीपक कुमार वर्मा (मरणोपरांत) को दिया गया।
बार टू सेना मेडल (विशिष्ट) : कर्नल इंदर सिंह को,
सेना मेडल (विशिष्ट) : ब्रिगेडियर राजेश कुंद्रा, कर्नल मनु तिवारी, कर्नल कौशी मुखर्जी, कर्नल प्रदीप सिंह, कर्नल वीरेंद्र कुमार शर्मा व लेफ्टिनेंट नवनीत कौशिक को दिया गया।
बार टू विशिष्ट सेवा मेडल : ले. जनरल गुरु दर्शन सिंह शेरगिल को और विशिष्ट सेवा मेडल ले. जनरल जे जॉर्ज, मेजर जनरल के.डी. सिंह (सेवानिवृत्त) तथा ब्रिगेडियर शशांक प्रताप को प्रदान किए गए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।