लखनऊ/इलाहाबाद, 24 जनवरी (आईएएनएस)। बसंत पंचमी के मौके पर तीर्थराज प्रयाग में चल रहे माघ मेले में श्रद्धालुओं का तांता लगा है। शनिवार दोपहर तक लाखों श्रद्धालुओं ने संगम समेत अन्य घाटों पर गंगा में डुबकी लगाई। मेला प्रशासन का अनुमान है कि शाम तक लगभग 50 लाख श्रद्धालु गंगा स्नान करेंगे।
इस अवसर पर पूरे सूबे में जगह-जगह ज्ञान की देवी सरस्वती की पूजा-अर्चना भी की जा रही है।
बसंत पंचमी माघ मेला का चौथा प्रमुख स्नान है। मेला प्रशासन ने इसके लिए एक दिन पहले ही सभी तैयारियां पूरी कर ली थीं। श्रद्धालुओं का मेला क्षेत्र में शुक्रवार से ही पहुंचना शुरू हो गया था।
‘गंगा मइया की जय’ उद्घोष के साथ श्रद्धालुओं का रेला इस पवित्र पर्व के मौके पर गंगा स्नान के लिए शुक्रवार देर रात से ही संगम पर जुटने लगा था।
सवेरा होते ही मेला क्षेत्र और स्नान घाटों पर श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ने लगी। प्रशासन के अनुसार, सभी घाटों पर श्रद्धालुओं का स्नान अनवरत रूप से जारी है, जो देर शाम तक चलेगा।
इस स्नान पर्व पर भी मेला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। पूरे मेला क्षेत्र पर 22 वॉच टावरों की मदद से नजर रखी जा रही है। मेला क्षेत्र में बढ़ती भीड़ के मद्देनजर शुक्रवार से ही वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है, जो कल तक जारी रहेगा।
मेला क्षेत्र की सुरक्षा के लिए तीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एसपी), आठ उप पुलिस अधीक्षक (डिप्टी एसपी), 10 निरीक्षक, 150 उप निरीक्षक, 1500 सिपाही, 14 कंपनी पीएसी, दो कंपनी रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) को लगाया गया है।
इसके साथ ही आतंक रोधी दस्ता (एटीएस) की दो टीम, बम निष्क्रिय दस्ता की तीन टीम और दो एंटी सबोटाज टीम भी मेला क्षेत्र की निगरानी कर रही है। सीसीटीवी कैमरों से भी मेला क्षेत्र पर नजर रखी जा रही है।
जिलाधिकारी भावनाथ सिंह व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार समेत लगभग सभी अधिकारी मेले की व्यवस्था और सुरक्षा का पूरा जायजा ले रहे हैं।
मेला क्षेत्र के अलावा, दूर-दूर से आ रहे लाखों लोगों की सुरक्षा के लिए जंक्शन स्टेशन के साथ ही प्रयाग, नैनी समेत सभी रेलवे स्टेशनों पर भी चौकसी बरती जा रही है।
सूबे की राजधानी के अलावा कानपुर, वाराणसी, मथुरा, मेरठ, बाराबंकी व आगरा में सरस्वती पूजा के अवसर पर तरह-तरह के आयोजन हो रहे हैं।