लखनऊ, 16 नवंबर (आईएएनएस)। पेरिस में हुए आतंकी हमले के बाद उत्तर प्रदेश में सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। यहां पर उप्र-नेपाल सीमा पर सुरक्षा बढ़ाने के साथ ही संवेदनशील इलाकों में छानबीन की जा रही है। इस संबंध में शासन ने पुलिस पिकेट एवं पेट्रोलिंग की व्यवस्था को और अधिक सघन व सुदृढ़ किए जाने के निर्देश दिए हैं।
गृह सचिव एस.के. रघुवंशी ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों के जिलाधिकारियों व पुलिस प्रभारियों सहित मंडलायुक्तों, रेंज डीआईजी, आईजी जोन, अभिसूचना इकाई, रोडवेज के अधिकारियों सहित पुलिस महानिदेशक को आवश्यक निर्देश भेजे गए हैं।
शासन द्वारा जारी निर्देशों में स्कूल, कॉलेज, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन सभी संवेदनशील स्थलों, धार्मिक स्थानों व ऐतिहासिक स्थलों पर सुरक्षा के समुचित उपाय करते हुए कड़ी चौकसी बरतने के लिए कहा गया है।
बम निरोधक दस्तों व डॉग स्क्वायड का भी उपयोग प्रभावी चेकिंग आदि में करने के निर्देश दिए गए हैं। लावारिस एवं संदिग्ध वस्तुओं की जानकारी मिलते ही इसकी सूचना तुरंत ही पुलिस को देने के साथ ही लोगों को संवेदित व जागरूक करने के लिए भी कहा गया है।
शासन द्वारा स्पष्ट किया गया है कि इस संबंध में किसी भी प्रकार की लापरवाही या शिथिलता क्षम्य नहीं होगी। अभिसूचना इकाइयों को भी सर्तक रहते हुए कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं।
जिला प्रशासन से अपेक्षा की गई है कि वह शांति-व्यवस्था के साथ-साथ सांप्रदायिक एवं सामाजिक सद्भाव बनाए रखते हुए सभी प्रकार के निरोधात्मक उपायों को अपनाए, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि पेरिस में हमले के बाद से फ्रांस ने अपने तेवर कड़े कर लिए हैं। इसके अलावा दुनियाभर में आईएस के खिलाफ मुहिम छेड़ने के संकेत मिले हैं। ऐसे में आतंकी नेपाल के रास्ते भारत की ओर का रुख कर सकते हैं। इसके मद्देनजर वहां पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
नेपाल सीमा के साथ ही महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बहराइच, पीलीभीत जैसे जिलों में भी सुरक्षा एजेंसियां कड़ी निगरानी कर रही हैं।