लखनऊ , 18 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में पूर्वाचल के लिए रेलवे ने खासतौर से एक ‘कोल्ड चेन’ का प्रस्ताव तैयार किया है। इसके अंतर्गत सब्जियों एवं फलों को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए एवं दूरदराज तक पहुंचाने के लिए ‘एसी कंटेनर’ तैयार किए जाएंगे।
लखनऊ , 18 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में पूर्वाचल के लिए रेलवे ने खासतौर से एक ‘कोल्ड चेन’ का प्रस्ताव तैयार किया है। इसके अंतर्गत सब्जियों एवं फलों को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए एवं दूरदराज तक पहुंचाने के लिए ‘एसी कंटेनर’ तैयार किए जाएंगे।
इस परियोजना की शुरुआत रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा के संसदीय क्षेत्र गाजीपुर से होगी और उसके बाद फिर इसे प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र बनारस में भी लागू किया जाएगा। रेलवे की इस पहल से आने वाले समय में पूर्वाचल के किसानों को काफी लाभ मिलने की संभावना है।
रेलवे के अधिकारियों की मानें तो जौनपुर की मूली हो या तीखी हरी मिर्च, गाजीपुर का परवल हो या बंगालियों का पसंदीदा गोल बैगन। सीजन खत्म हो जाने के बाद भी लोगों को इन सब्जियों को तरोताजा मुहैया कराने के लिए कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने कवायद शुरू की है।
कार्पोरेशन के सीनियर मैनेजर विनोद राय के मुताबिक खेत से निकली हरी सब्जियों को ताजा रखने और फिर थोक खुदरा व्यापारी या मंडी तक पहुंचाने के लिए कोल्ड चेन की सुविधा उपल्ब्ध होगी।
राय के मुताबिक परंपरागत कोल्ड स्टोरेज से अलग ‘कंट्रोल्ड एटमास्फेयर टेकनीक’ वाले खास तरह के स्टोर तैयार किए जाएंगे। वहीं डिमांड के मुताबिक एक से दूसरे सिरे तक उत्पाद पहुंचाने के लिए एसी कंटेनरों की सुविधा मुहैया कराई जाएगी।
कार्पोरेशन की माने तो गाजीपुर में अफीम फैक्टरी के पास खाली पड़ी जमीन पर इस कोल्ड चेन को तैयार किया जाएगा। 10 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र में बनने वाले अलग ढंग के स्टोर की क्षमता 800 टन होगी। इसको तैयार करने पर छह करोड़ की लागत आने का अनुमान है। रेल व सड़क मार्ग से जुड़ाव होने की वजह से किसानों का माल बिना खराब हुए मंडियों तक आसानी से पहुंच सकेगा।
गौरतलब है कि कोल्ड चेन का स्वरूप पारंपरिक कोल्ड स्टोरेजों से अलग और अत्याधुनिक तकनीक से लैस किया जाएगा। ताजा सब्जियों एवं फलों को सुरक्षित रखकर बाजार में उपलब्ध कराया जाएगा। इस कोल्ड चेन में सब्जियों की पैकिंग, ब्रांडिंग एवं निर्यात की भी व्यवस्था की जाएगी। आईटी नेटवर्क के जरिये स्टोर को एसी कंटेनरों की सहायता से बाजार से जोड़ा जाएगा।
ऐसा माना जा रहा है कि रेलवे के इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद पूर्वाचल के किसानों को काफी फायदा मिलेगा और वे अपनी सब्जियों को एसी कंटेनर के माध्यम से बाजार तक पहुंचा सकेंगे। इस पहल के बाद सब्जियों के रखरखाव की समस्या भी हल होगी और सब्जियों को खराब होने से भी बचाया जा सकेगा।
रेल राज्य मंत्री बनने के बाद ही सिन्हा ने गाजीपुर में फूड फैक्टरी खोलने की बात कही थी और जिसके बाद रेलवे की तरफ से इस तरह का प्रस्ताव तैयार किया गया है, जिसे जल्द ही मूर्त रूप दिया जाएगा।