पीड़िता ने कहा है कि जब वह मुकदमा दर्ज कराने गई तो पुलिस ने उसे भगा दिया। उसने राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष से इस मामले में एसपी को मुकदमा दर्ज कराए जाने के लिए निर्देशित करने की गुहार लगाई है।
पीड़िता ने बताया कि वह दोनों आंखों से लाचार है। 24 जनवरी को मां व पिता की उपस्थिति में जितेंद्र पुत्र राम प्रसाद निवासी ग्राम बरैची थाना किशनपुर उसे यह कहकर ले गया कि दिल्ली में उसकी आंखों का उपचार करा देगा।
25 जनवरी को वह बरैची से कानपुर ले गया और कानपुर से ट्रेन द्वारा दिल्ली लेकर पहुंचा। जहां किराये के एक कमरे में उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया। 29 जनवरी को उसे दिल्ली से लाकर गांव छोड़ गया।
इसके बाद उसने आपबीती परिजनों को बताई और उसके पिता पुलिस चैकी विजयीपुर गए और प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। उसने बताया कि बाइस फरवरी को पुलिस अधीक्षक के समक्ष उपस्थित होकर हुसैनगंज थाने पर मुकदमा दर्ज कराए जाने की गुहार लगाई और इसी दिन मां के साथ थानाध्यक्ष हुसैनगंज से मिलकर दास्ता बयान की, लेकिन पुलिस ने एक न सुनी और थाने से भगा दिया।
उसने राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष से मुकदमा दर्ज कराए जाने के लिए पुलिस अधीक्षक को निर्देशित करने की गुहार लगाई है।