छात्रा सुबह के समय कोचिंग के लिए जा रही थी, बीच रास्ते में दबंगों ने उसे न सिर्फ छेड़छाड़ कर अपमानित किया, बल्कि विरोध करने पर जमकर पीटा भी था।
घटना की सूचना पाते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस मामला दर्ज कर घटना की जांच में जुट गई है। परिजनों ने इलाकाई पुलिस पर दबंगों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है।
बिंवार कस्बे के भस्मानंद इंटरकालेज की कक्षा बारहवीं की छात्रा शनिवार सुबह कोचिंग के लिए जा रही थी, बिंवार के ही भूरा यादव व जितेंद्र यादव ने बीच रास्ते उसे दबोच लिया। वे उसके साथ सामूहिक रूप से छेड़खानी करने लगे। छात्रा के चिल्लाने पर दबंगों ने उसे जमकर पीटा, जिससे वह घायल हो गई। वह रोती- बिलखती घर आई और घटना की जानकारी अपने माता-पिता को दी।
पिता जैसे ही शिकायत करने बिंवार थाने गया, पीड़ित छात्रा ने घर में ही केरोसिन छिड़कर खुद को आग के हवाले कर दिया। आग से वह बुरी तरह झुलस गई। परिजन उसे मौदहा स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां छात्रा ने सीओ और अन्य अधिकारियों के सामने बयान दिया। हालत बिगड़ने पर उसे हमीरपुर सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।
हमीरपुर में छात्रा का उपचार शुरू किया गया, मगर चिकित्सक उसे बचा नहीं सके। छात्रा की मौत की खबर से पूरे क्षेत्र में हायतौबा मच गया। कोतवाली पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है।
अस्पताल में मौजूद परिजनों ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी को काफी दिनों से भूरा यादव व जितेंद्र यादव राह चलते छेड़छाड़ करते थे। इसकी शिकायत भी इलाकाई पुलिस से लेकर अन्य अधिकारियों से की गई थी, मगर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे दबंगों के हौसले बुलंद हो गए।
मृत छात्रा के पिता का कहना है कि आरोपियों में भूरा यादव समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष ज्ञान सिंह यादव के यहां रहता रहा है। वह उनके साथ बंदूक लेकर चलता था। सत्ताधारी दल के प्रभावशाली नेता का गुर्गा होने के कारण इलाकाई पुलिस भी उस पर हाथ नहीं डालती थी।
इससे पहले जिले के राठ कोतवाली क्षेत्र में एक लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना हुई थी। इस सिलसिले में तीन दबंगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था, मगर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की थी। आरोपियों ने खुलेआम घर जाकर पीड़ित लड़की को धमकाया था। धमकी मिलने से दहशत में आकर लड़की ने आत्मदाह कर लिया था।