बताते हैं कि यहां चर्च में धार्मिक कार्यक्रम चल रहा था। सूचना मिली कि इसमें धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। जानकारी मिलते हिंदू संगठन सक्रिय हो गए। मौके पर पहुंची इन हिंदू संगठनों की भीड़ ने हंगामा शुरू कर दिया।
बताया गया है कि दोनों पक्षों के बीच जबरदस्त मारपीट हुई। इस दौरान दोनों पक्षों से बड़ी संख्या में लोग आमने-सामने आ गए। इनके बीच तीखी नोकझोंक, मारपीट और तोड़फोड़ के दौरान निर्मल, एग्नेस, रीतू समेत चार-पांच महिलाएं, बच्चे घायल हो गए। विरोध में ईसाई समुदाय के लोगों ने बाद में भी प्रदर्शन किया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचकर पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाया। आगे की कार्रवाई जारी है।
पादरी एबी लाल ने बताया कि क्रिसमस पर्व पर चर्च में एक हफ्ते का धार्मिक आयोजन किया गया था। आराधना और मिलन समारोह के दौरान लोग आपस में मिलजुल कर शांति और सौहार्द को बढ़ावा दे रहे थे। धर्म परिवर्तन का झूठा आरोप लगाकर अराजक तत्वों ने तोड़फोड़ और बवाल किया।
सीओ कैंट अभय कुमार मिश्र ने कहा कि अराजक तत्वों की पहचान के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। उनके खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।