खत्री ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि लघु एवं मध्यम आय वर्ग के लिए यह बजट पूरी तरह निराश करने वाला है, क्योंकि आयकर सीमा में छूट को जस का तस रखा गया है।
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही फूड प्रोसेसिंग पर 100 प्रतिशत एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी पूंजीनिवेश) की घोषणा से छोटे-छोटे उद्योग एवं कुटीर उद्योग मार्केट से समूल रूप से गायब हो जाएंगे, क्योंकि विदेशी कंपनियों का वे मुकाबला नहीं कर पाएंगे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश में 95 प्रतिशत किसान लघु एवं सीमांत श्रेणी में हैं। मात्र 5 प्रतिशत किसान बड़े-बड़े फार्म वाले हैं। 100 प्रतिशत एफडीआई का लाभ किसानों को नहीं मिलेगा। इसलिए इस बजट से किसानों का कोई हित होने वाला नहीं है।
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही बजट में उद्योगों के विकास के लिए कोई प्रावधान नहीं है। सभी प्रकार की सेवाओं में 0.5 प्रतिशत कृषि कल्याण सेस लगाए जाने से महंगाई रोकने के बजाय और बढ़ा दी गई है।
खत्री ने कहा कि इस तरह यह बजट न किसान के पक्ष में है, न बेरोजगार, नौजवान के हित में और न ही उद्योगों के हित में। बजट पूरी तरह निराशाजनक है।