इस रॉकेट इंजन का इस्तेमाल भौगोलिक स्टेशनरी उपग्रह में होता है।
समाचार एजेंसी ‘केसीएनए’ के मुताबिक, इस परीक्षण का उद्देश्य कंबशन चैंबर, वाल्वस का सटीक संचालन, नियंत्रण प्रणाली और इंजन के ढांचागत विश्वसनीयता की पुष्टि करना था।
रिपोर्ट के मुताबिक, किम परीक्षण के नतीजों से संतुष्ट थे। उन्होंने अधिकारियों और वैज्ञानिकों से जल्द से जल्द उपग्रह को लांच करने की तैयारियां शुरू करने को कहा।
किम ने कहा कि उपग्रह विकास और भिन्न-भिन्न इस्तेमाल के लिए अधिक उपग्रहों को तैयार करने पर जोर देना चाहिए।
उत्तर कोरिया ने सात फरवरी को नव विकसित पृथ्वी अवलोकन उपग्रह ‘क्वांगमाइयोंगसोंग-4’ लांच किया था।