देहरादून: विवादों में रहने वाले सत्ताधारी दल भाजपा के विधायक कुंवर प्रणव सिंह ‘चैंपियन’ पर राज्य में 18 से 44 साल आयु वर्ग के लोगों का कोविड टीकाकरण शुरू होने से पहले अपने बेटे को टीका लगवाने का आरोप लगाते हुए आम आदमी पार्टी (आप) ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से मामले की जांच करने की मांग की है.
आप के प्रदेश प्रवक्ता राजू मौर्य ने यहां बताया कि यह मामला पिछले सप्ताह सामने आया, जिसके बाद पार्टी ने हरिद्वार के जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक शिकायती पत्र भेजकर जांच की मांग की है.
उन्होंने सवाल किया कि जब राज्य में 18 से 44 साल आयु वर्ग के लोगों का कोविड टीकाकरण शुरू नहीं हुआ है कि विधायक के बेटे को टीका कैसे लगा? उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि इस अंधी-बहरी सरकार में वीआईपी और आम आदमी के लिए अलग व्यवस्थाएं हैं.
इस संबंध में संपर्क करने पर भाजपा ने कहा कि कोविड-19 के मामले में सभी को प्रोटोकॉल के अनुसार चलना चाहिए, सभी समान हैं.
प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा, ‘चाहे कोई मंत्री हो या विधायक, सत्ता पक्ष का हो या विपक्ष का, सभी को भारत सरकार द्वारा जारी कोरोना दिशानिर्देशों का पूर्णत: पालन करना चाहिए. कोरोना को हम सभी को मिलकर हराना है.’
गौरतलब है कि हरिद्वार जिले के खानपुर से विधायक चैंपियन के 25 वर्षीय पुत्र दिव्य प्रताप को पिछले सप्ताह हरिद्वार में कोविड-19 का टीका लगाया गया, जबकि प्रदेश में 18 से 44 साल आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण सोमवार 10 मई से शुरू हुआ है.
राजधानी देहरादून में हरिद्वार बायपास मार्ग पर राधा स्वामी सत्संग न्यास में टीकाकरण की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि उत्तराखंड देश का पहला ऐसा राज्य है, जहां इस टीके को निशुल्क लगाने की घोषणा की गई.