फ्रैंकफर्ट स्थित ईसीबी ने अपने शाषकीय परिषद की बैठक के बाद एक बयान में कहा, “मुख्य रिफायनेंस ऑपरेशन, सीमांत ऋण सुविधा और जमा सुविधा पर ब्याज दर क्रमश: 0.05 फीसदी 0.3 फीसदी और नकारात्मक 0.3 फीसदी बरकरार रहेगी।”
ब्याज दर को निचले स्तर पर बनाए रखकर ईसीबी यूरो जोन में महंगाई दर बढ़ाना चाहता है और सुस्त अर्थव्यवस्था में जान फूंकना चाहता है।
ईसीबी के मुताबिक, यूरो जोन की महंगाई दर करीब दो फीसदी रहना अर्थव्यवस्था के लिए बेहतर है, जबकि दिसंबर 2015 में यूरो जोन की महंगाई दर 0.2 फीसदी दर्ज की गई।
ईसीबी ने गत महीने जमा सुविधा पर दर और घटाकर नकारात्मक 0.3 फीसदी कर दी थी।
ईसीबी ने साथ ही संपत्ति खरीदने के कार्यक्रम को भी छह महीने के लिए बढ़ा दिया। इसके तहत वह मार्च 2017 तक हर महीने 60 अरब यूरो (करीब 65.4 अरब डॉलर) की संपत्ति खरीद कर बाजार की तरलता बढ़ाता रहेगा।