आयतोल्लाह सय्यद अली होसैनी ख़ामेनेई ने रविवार को कहा है कि इराक के उत्तर में लड़ाकों के भारी हमले के बावजूद ईरान इस बात के सख्त खिलाफ़ है कि अमरीका और दूसरे देश इसके मामलों में दखल दें|
ख़ामेनेई ने अपने वक्तव्य में इंगित किया है कि मौजूदा हालात में भी इराकी सरकार खुद अपने देश की सुरक्षा संभाल सकती है|
कुछ दिन पहले अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा था कि वाशिंगटन तीन सौ तक सैनिक परामर्शदाता इराक भेजने का इरादा रखता है| ये लोग ‘इराक और लेवांत इस्लामी राज्य’ संगठन के लड़ाकों का सामना करने में इराकी सरकार की मदद करेंगे| ओबामा के अनुसार अमरीकी सैनिक इराक में अपनी टोही गतिविधियां तेज़ करेंगे और ज़रूरत होने पर इन गतिविधियों की बदौलत पता चले ठिकानों पर हवाई हमले करेंगे|