रबात, 6 सितम्बर | इस्लामिक एजुकेशनल साइंटिफिक एंड कल्चरल ऑर्गनाइजेशन (आईएसईएससीओ) ने आगामी आठ सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के मौके पर सभी मुस्लिम देशों से निरक्षरता से निपटने के लिए व्यापक तौर पर प्रयास करने का आग्रह किया है। आईएसईएससीओ के मुताबिक, सभी मुस्लिम देशों में निरक्षरता तेजी से बढ़ रही है, जो समाज के विकास और समृद्धि के लिए खतरा है।
आईएसईएससीओ ने कहा है कि दुनिया के 40 फीसदी मुसलमान पुरुष, जबकि 65 फीसदी मुसलमान महिलाएं निरक्षर हैं।
संगठन ने निरक्षरता पर काबू पाने पर बल दिया, ताकि वे समुदाय के विकास में अपना योगदान दे सकें।
साक्षरता को प्रोत्साहित करने के लिए साक्षरता पर नियमित रूप से अध्ययन के प्रकाशन, प्रशिक्षण और साक्षरता के लिए कार्यशाला आयोजित करने वाली गैर सरकारी संस्थाओं को आईएसईएससीओ सालाना पुरस्कार देती है।
आईएसईएससीओ की स्थापना मई 1979 में ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (ओआईसी) द्वारी की गई थी।