इस्लामाबाद, 29 मार्च (आईएएनएस)। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में 700 से अधिक कादरी समर्थकों को गिरफ्तार कर पंजाब प्रांत की विभिन्न जेलों में भेज दिया गया है। यह जानकारी पुलिस ने दी।
डॉन की वेबसाइट के अनुसार, गत सोमवार की रात प्रदर्शकारियों और कानून प्रवर्तन से संबंधित अधिकारियों के बीच हुई झड़प के दौरान 500 आन्दोलनकारियों को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें उनके कुछ नेता भी शामिल हैं।
करीब 200 प्रदर्शनकारियों को सोमवार को सवेरे गिरफ्तार किया गया था। प्रदर्शनकारी मुमताज कादरी की फांसी का विरोध कर रहे थे।
कादरी ने पंजाब प्रांत के तत्कालीन राज्यपाल सलमान तासीर की हत्या की थी। वह राज्यपाल का निजी सुरक्षा अधिकारी था। प्रदर्शनकारी कादरी को शहीद घोषित करने की मांग कर रहे थे।
कादरी की फांसी के एक महीने बाद प्रदर्शकारियों ने रविवार को रावलपिंडी में उसके लिए प्रार्थना की। इसके बाद वे लोग इस्लामाबाद की ओर चल पड़े। रास्ते में इन लोगों ने फैजाबाद में लगाए गए सुरक्षा अवरोध को भी तोड़ दिया और इस्लामाबाद के रेड जोन में पहुंच गए। इसके बाद स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए इस्लामाबाद में सेना को तैनात किया गया।
प्रदर्शन में सुन्नी तहरीक और अन्य धार्मिक संगठन के लोग संलिप्त हैं। ये संगठन पाकिस्तान में शरिया कानून लागू करने की भी मांग कर रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, जो प्रदर्शनकारी डी-चौक और परेड मैदान में धरने पर बैठे हुए थे, उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया। लेकिन जो लोग प्रदर्शन छोड़कर जा रहे थे, उन्हें गिरफ्तार किया गया।
सूत्रों के अनुसार, बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है, इसलिए इस्लामाबाद पुलिस ने इन्हें जेल भेजने से पहले यह सुनिश्चिचत किया कि उस खास जेल में जगह उपलब्ध है या नहीं। सन 2013 में अशुरा पर हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद इस ऐतिहासिक दुर्ग शहर में यह बड़ी घटना थी।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि धार्मिक नेताओं ने पुलिस और अधिकारियों के साथ बैठक में उन्हें अंधेरे में रखा। धार्मिक नेताओं नेताओं ने कादरी के चेहल्लुम पर शांतिपूर्वक शोक मनाने और चले जाने का आश्वासन दिया था।
पुलिस ने कहा कि जिला प्रशासन ने यह मान लिया कि कादरी का चेहल्लुम भी शांतिपूर्वक निपट जाएगा जैसा कि बड़ी भीड़ के बावजूद उसकी अंत्येष्टि शंतिपूर्ण ढंग से हुई थी।