इतावली निर्देशक गिआनफ्रांस्को रोसी का यह वृत्तचित्र इतालवी द्वीप लाम्पेदूसा में रहने वाले शरणार्थियों व द्वीपवासियों की रोजमर्रा की जिंदगी को बयां करता है। ये दोनों लोग कहने को एक-साथ रहते हैं, लेकिन दो बिल्कुल अलग-अलग दुनिया के बाशिंदे हैं।
पिछले 20 वर्षो में उत्तर अफ्रीका और अन्य जगहों से बड़ी संख्या में शरणार्थी यूरोपीय महाद्वीप में प्रवेश करने की उम्मीद से नौकाओं के जरिए वहां पहुंचे हैं।
‘फायर ऐट सी’ के जरिए दर्शक देख सकेंगे कि लाम्पेदूसा द्वीप यूरोप जाने वाले शरणार्थियों की विमान उड़ानों के लिए एक उपमा और हजारों प्रवासियों के लिए उम्मीदें, तकलीफ व किस्मत बन गया है।
‘फायर ऐट सी’ का तालियों के साथ स्वागत किया गया था।
इसके निर्देशक गिआनफ्रांस्को ने एक संवाददाता सम्मेनल में कहा, “यह फिल्म हमारे सामने घटी दुखद घटना का प्रमाण है। मेरे ख्याल से हम सभी इसके लिए जिम्मेदार हैं। संभवत: यह यहूदियों के जनसंहार के बाद दुनिया की सबसे बड़ी दुखद घटनाओं में से एक है।”