बेरूत/जेरूसलम, 28 जनवरी (आईएएनएस)। इजरायली सुरक्षा बलों ने बुधवार को दक्षिणी लेबनान पर हवाई तथा जमीनी हमलों को अंजाम दिया, जिसमें संयुक्त राष्ट्र अंतरिम सेना के एक स्पेनिश सैनिक (यूएनएआईएफआईएल) की मौत हो गई। इससे पहले लेबनान से इजरायली सेना के काफिले को निशाना बनाकर एक मिसाइल दागा गया था, जिसमें कुछ सैनिक घायल हो गए।
लेबनान के शिया आतंकवादी संगठन हिजबुल्ला ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। इजरायल और लेबनान की सीमा से लगे माउंट डोव इलाके में इजरायली सेना के गश्ती दल पर बुधवार को टैंकरोधी मिसाइल दागी गई, जिसमें कई सैनिक घायल हो गए।
एक सैन्य प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि लेबनान से मिसाइल दागे जाने के कुछ समय बाद इजरायल ने तोपों से दक्षिणी लेबनान पर कम से कम 50 गोले दागे, बाद में उसने हवाई हमला भी किया।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने प्रवक्ता के हवाले से कहा, “आज हिजबुल्ला द्वारा किए गए हमलों के जवाब में इजरायली डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने हिजबुल्ला के ठिकानों पर संयुक्त रूप से हवाई तथा जमीनी हमलों को अंजाम दिया।”
इस बीच इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने हिजबुल्ला को बड़े हमले की चेतावनी दी है।
हिजबुल्ला के हमलों के तुरंत बाद एक आपात बैठक से पहले नेतन्याहू ने कहा, “जो लोग उत्तरी सीमा पर हमें चुनौती देने का प्रयास कर रहे हैं, मैं उनसे कहूंगा कि वे गाजा में क्या हुआ है उस ओर देख लें।”
हिजबुल्ला ने एक बयान जारी कर कहा कि सुबह 11.35 बजे कोनित्रा जेहादी जत्था ने इजरायली सेना के गश्ती दल पर मिसाइल से हमला किया जिसमें कई वाहन नष्ट हो गए और कई दुश्मन सैनिक घायल हुए।
टेलीविजन केंद्र एमटीवी के मुताबिक इस हमले में छह इजरायली सैनिक घायल हो गए और इजरायल ने जवाबी कार्रवाई करते हुए दक्षिण लेबनान की सीमा की तरफ 200 मोर्टार दागे।
एमटीवी के मुताबिक इजरायली वायुसेना फिलहाल क्षेत्र के ऊपर उड़ान भर रही है।
जेरूसलम में इजरायली रक्षा बल ने इजरायली सेना के गश्ती दल पर मिसाइल हमले की पुष्टि की है। बल ने हालांकि यह पुष्टि नहीं की कि इस हमले में कितने सैनिक घायल हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि इजरायल और लेबनान की सीमा पर कोई बाड़बंदी नहीं है। इससे एक दिन पहले सीरिया की ओर से उत्तरी इजरायल के गोलन पहाड़ी पर राकेट हमला किया गया था।
नेतन्याहू ने मंगलवार को चेतावनी देते हुए कहा था कि जो लोग आग से खेल रहे हैं, वे उसका शिकार हो सकते हैं।
इजरायल की वायुसेना ने मंगलवार रात सीरियाई सेना के शस्त्रागार पर हमला किया। यह हमला गोलन की पहाड़ी के सीरियाई हिस्से से इजरायल में हुए हमले के जवाब में किया गया।
आईडीएफ की तरफ से जारी बयान में कहा गया, “आईडीएफ सीरिया की तरफ से होने वाले हमले के लिए इसकी सरकार को जिम्मेदार ठहराता है और इजरायली नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा।”
बयान के अनुसार, “इजरायल की संप्रभुता का उल्लंघन करने की ऐसी कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
आईडीएफ के अनुसार, मंगलवार आधी रात को भी एक रॉकेट अलर्ट सायरन सुनी गई, लेकिन इजरायल के हिस्से में कोई रॉकेट हमला नहीं हुआ।
इजरायली सुरक्षा बलों का कहना है कि सीरिया में पिछले सप्ताह उसके हवाई हमले के प्रतिकारस्वरूप सीरिया की सेना व हिजबुल्ला ने हाथ मिला लिया और उसके भूभाग में हमला किया। इजरायल के उस हमले में हिजबुल्ला के एक कमांडर की मौत हो गई थी।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उनका देश भविष्य में होने वाले हमलों से अपनी रक्षा खुद करेगा।