इंदौर, 24 मई (आईएएनएस)। इंदौर के सांवेर क्षेत्र में शुक्रवार को खेलते-खेलते कार का दरवाजा अचानक बंद हो जाने से उसके भीतर तीनों बच्चों की दम घुटने से मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार, शुक्रवार सुबह सांवेर थाना क्षेत्र के चंद्रभागा गांव में तीन बच्चों के शव एक कार में मिले। एक परिवार के तीन बच्चे पूनम, बुलबुल और प्रतीक आंगनबाड़ी जाने के लिए घर से निकले थे। नियमित रूप से तीनों भाई-बहन लगभग साढ़े 10 बजे आंगनबाड़ी से लौटते थे, मगर आज वे नहीं लौटे तो उनकी तलाश शुरू की गई।
पुलिस के अनुसार, जब तीनों बच्चों का पता नहीं चला, तो गांव में ही बंद पड़ी कार को देखा गया तो तीनों बच्चे अचेत अवस्था में कार के भीतर मिले। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। तीनों बच्चों की आयु दो-छह वर्ष है। इन बच्चों के पिता पवन राठौड़ ढोल बजाने का काम करते हैं।
सांवेर क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी, पुलिस (एसडीओ,पी) मान सिंह परमार ने आईएएनएस को बताया, “बच्चे आंगनबाड़ी जाने की बात कहकर घर से निकले थे। वे कार के भीतर जाकर खेलने लगे, इसी दौरान कार का भीतर से लॉक बंद हो गया और बच्चे बाहर नहीं निकल पाए। तीनों की दम घुटने से मौत हुई है।”
बच्चों के मामा धर्मराज ने संवाददाताओं को बताया कि तीनों बच्चों के कपड़े भीगे हुए थे, इसलिए आशंका है कि बच्चों की मौत का कारण कुछ और है। वहीं अन्य लोगों का कहना है कि जब कार खोलकर बच्चों को बाहर निकाला गया तो वे पसीने से लथपथ थे और उन्हें अचेतावस्था से बाहर लाने के लिए पानी भी छिड़का गया था, जिससे उनके कपड़े गीले हो गए थे।
स्थानीय लोगों ने बताया कि कार कई दिनों से खड़ी है, उसमें बच्चे खेलते रहते हैं। आशंका है कि आज भी तीनों बच्चे कार में खेलते रहे हों और अचानक कार का दरवाजा बंद हो गया हो, जिसे वे खोल न पाए हों और दम घुटने से उनकी मौत हो गई।
परमार ने कहा कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, और पोस्टमार्टम रपट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा, और उसके अनुसार ही आगे की कोई कार्रवाई की जाएगी।