प्रवक्ता शेन दानयांग ने कहा कि जकार्ता-बांडुंग रेल संपर्क के लिए चीन ने परियोजना को सावधानीपूर्वक डिजाइन किया है और यह सस्ता है, साथ ही जापान द्वारा पेश डिजाइन की तुलना में इसे कम समय में प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने कहा, “यदि इंडोनेशिया चीन के डिजाइन को स्वीकृति प्रदान करता है, तो दोनों देश रेलवे के संचालन के लिए एक संयुक्त उद्यम की स्थापना करेंगे और हितों व जोखिमों को दोनों मिलकर साझा करेंगे।”
शेन ने यह भी कहा कि इंडोनेशिया की जरूरतों को चीन बेहतर तरीके से पूरा कर सकता है, क्योंकि उसने रेलवे कर्मचारियों के प्रशिक्षण तथा रेलवे प्रौद्योगिकी के स्थानांतरण का वादा किया है।
उल्लेखनीय है कि इंडोनेशिया ने पिछले महीने घोषणा की थी कि वह 120 किलोमीटर लंबे हाई स्पीड रेलमार्ग के लिए खुली बोली आमंत्रित करेगा।
राष्ट्रीय विकास एवं सुधार आयोग के प्रमुख तथा राष्ट्रपति शी जिनपिंग के विशेष दूत शू शाओशी ने 10 अगस्त को व्यावहार्यता अध्ययन रपट को इंडोनेशियाई पक्ष को सौंप दिया।
शू ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विदोदो से कहा कि इंडोनेशिया में चीन हाई स्पीड रेलवे के विकास को बढ़ावा देने का इच्छुक है।
शेन ने कहा, “शू का इंडोनेशिया दौरा यह दर्शाता है कि चीन इस परियोजना के लिए प्रतिस्पर्धात्मक उद्यमों का समर्थन करता है।”
परियोजना किसे मिलेगी, इसकी घोषणा इसी महीने हो सकती है।