भोपाल- हिंदू धर्म के कथित गलत चित्रण को लेकर भोपाल में फिल्म निर्माता प्रकाश झा की वेब सीरीज ‘आश्रम-3’ के सेट पर तोड़फोड़ किए जाने के एक दिन बाद सोमवार को मध्य प्रदेश के गृह मंत्री ने कहा कि प्रदेश में शूटिंग की अनुमति लेने से पहले निर्माताओं और निर्देशकों को स्क्रिप्ट की आपत्तिजनक सामग्री या दृश्यों के बारे में अधिकारियों को सूचित करना होगा.
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने रविवार शाम भोपाल में वेब सीरीज ‘आश्रम-3’ के सेट पर पथराव व तोड़फोड़ करने के साथ इसके निर्माता एवं निर्देशक प्रकाश झा पर हिंदुओं का गलत तरीके से चित्रण करने का आरोप लगाते हुए स्याही फेंकी.
इस मामले में पुलिस ने देर रात हंगामा करने के लिए चार लागों को गिरफ्तार किया है.
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार को पत्रकारों से कहा, ‘आश्रम-3 की शूटिंग के दौरान हुए विवाद के बाद हम स्थाई दिशानिर्देश जारी करने जा रहे हैं. अब (निर्माता-निर्देशक) अनुमति लेने से पहले प्रशासन को कहानी की पटकथा दिखाने की आवश्यकता होगी, यदि वे आपत्तिजनक दृश्यों को शूट करने जा रहे हैं, जो किसी भी धर्म की भावनाओं को आहत करते हैं. ’
उन्होंने कहा, ‘प्रदेश सरकार यहां शूटिंग के लिए फिल्म निर्माताओं का स्वागत करती है, लेकिन उन्हें अनुमति लेने से पहले अधिकारियों को आपत्तिजनक दृश्यों के बारे में सूचित करना चाहिए और जिन लोगों को किसी पटकथा या दृश्य पर आपत्ति है तो उन्हें प्रशासन से इसकी शिकायत करना चाहिए.’
एक सवाल के जवाब में मिश्रा ने कहा कि वह वेब सीरीज आश्रम का नाम बदलने की बजरंग दल की मांग का समर्थन करते हैं.
उन्होंने कहा, ‘मैं भी इसका समर्थन करता हूं. इस वेब सीरीज का नाम आश्रम क्यों रखा गया? यदि वे इसका नाम दूसरे (धर्म) के नाम पर रखते तब वे समझते (इसके परिणाम)? हम तोड़फोड़ को गलत मानते हैं. चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी, लेकिन झा साहब (प्रकाश झा) अपनी गलतियों के बारे में भी सोचें? ’
मिश्रा ने बाद में ट्वीट कर कहा, ‘वेब सीरीज के नाम पर लंबे समय से जान-बूझकर हिंदू धर्म को निशाना बनाने की कोशिश की जा रही है. बहुसंख्यक समाज की भावना को देखते हुए प्रकाश झा को अपनी वेब सीरीज का नाम बदलने पर विचार करना चाहिए.’
भोपाल दक्षिण के पुलिस अधीक्षक साई कृष्ण थोटा ने बताया कि अरेरा हिल्स स्थित पुरानी जेल में प्रकाश झा की वेब सीरीज आश्रम-3 की शूटिंग के दौरान इसके नाम को लेकर बजरंग दल ने रविवार शाम वहां जाकर आपत्ति की और प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने प्रकाश झा पर स्याही फेंकी और वहां पथराव भी किया.
इस पथराव में वहां पार्किंग में खड़ी दो बसों के कांच टूट गए और एक व्यक्ति घायल हो गया.
बजरंग दल के प्रदेश संयोजक सुशील सुढेले ने झा पर स्याही फेंकने के बात स्वीकार करते हुए कहा, ‘उनके कार्यकर्ता भोपाल में वेब सीरीज आश्रम की शूटिंग नहीं होने देंगे. आश्रम-3 नाम को लेकर उन्हें आपत्ति है, क्योंकि झा जिस तरीके से इसमें अश्लील दृश्यों का फिल्मांकन कर रहे हैं, इस प्रकार की आश्रमों में व्यवस्थाएं नहीं होती हैं.’
उन्होंने कहा, ‘झा ने गुरुओं द्वारा महिलाओं के शोषण को दिखाकर पहले के सीजनों में हिंदू आश्रम में व्यवस्थाओं को गलत तरीके से चित्रित किया था. इस वेब सीरीज में जो दिखाया गया है, उसमें कोई सच्चाई नहीं है.’
प्रोड्यूसर्स गिल्ड ऑफ इंडिया और फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज ने इस हमले की निंदा की है.
फिल्मों की पटकथा देखने, पढ़ने के लिए अलग विभाग बनाएंगी सांसद प्रज्ञा ठाकुर
इस बीच फिल्म निर्माताओं पर मनोरंजन के नाम पर सनातन धर्मावलंबियों (हिंदू धर्म) की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाते हुए भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने सोमवार को कहा कि ‘भारत भक्ति अखाड़ा’ फिल्म और वेब सीरीज के बनने से पहले ही उसकी पटकथा व सामग्री देखने के लिए एक अलग विभाग बनाएगा.
सांसद प्रज्ञा ठाकुर ठाकुर ने रविवार की घटना को आगामी उपचुनावों से जोड़ने के बारे में एक सवाल के जवाब में कहा, ‘सच तो यह है कि ये लोग हमें मजबूर कर रहे हैं कि हम वह सीरीज देखें और इन पर कार्रवाई करें. दूसरी बात है, देश में रहना है तो सनातन धर्म के साथ खिलवाड़ नहीं चलेगा. कोई भी मत और पंथ अपनी मर्यादा में है, सब रहें. धर्म अपनी मर्यादा में रहता है. धर्म एक ही है, सनातन धर्म के विरुद्ध अगर किसी ने खिलवाड़ की तो वह स्वीकार नहीं है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘हम साधु-संत पिक्चर नहीं देखते और अब हमें एक विभाग बनाना पड़ेगा. भारत भक्ति अखाड़ा एक विभाग बनाएगा, कोई पिक्चर रिलीज होने से पहले वहां देखी जाएगी. विभाग सिनेमा बनने से पहले ही उसकी पटकथा पढ़ेगा और दिक्कत होने पर सिनेमा बनने ही नहीं दिया जाएगा.’
भोपाल लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद ठाकुर ने कहा कि वह इस संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर कानूनी कार्रवाई का आग्रह करेंगी.
ठाकुर ने वेब सीरीज की शूटिंग रोकने की चेतावनी दी और कहा कि आश्रम सनातन धर्म के तहत साधुओं और संतों के रहने की व्यवस्था है और यह ऐसा विषय नहीं है जिसे किसी के द्वारा गलत तरीके से पेश किया जाए.
उन्होंने कहा, ‘आश्रम कोई ऐसा विषय नहीं है जिस पर कोई उंगली उठा सके. एक व्यक्ति गलत हो सकता है और मौजूदा व्यवस्था के तहत ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है, लेकिन अगर कोई सनातन या हिंदू धर्म तथा उसके धार्मिक नेताओं की (आश्रम) इस व्यवस्था को बदनाम करता है तो यह सहन नहीं किया जाएगा.’
ठाकुर ने कहा कि मनोरंजन के साधन समाज को सही दिशा देने के लिए हैं, न कि भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए. उन्होंने आरोप लगाया कि मनोरंजन के माध्यम से सनातन धर्म को बदनाम किया जा रहा है.
उन्होंने कहा, ‘संन्यासी होने के नाते मैं साधुओं का दर्द महसूस कर सकती हूं. आश्रम शब्द सुनते ही हमारा मन प्रसन्न हो जाता है और अच्छी भावनाएं उत्पन्न होती हैं, लेकिन इसे विकृत रुप में प्रस्तुत किया जा रहा है.’
ठाकुर ने कहा कि देश में नेतृत्व के अभाव में आजादी के बाद से ही (हिंदुओं की) भावनाओं को मनोरंजन के माध्यम से ठेस पहुंचाई जा रही है.
उन्होंने कहा, ‘फिल्में हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का माध्यम बन गई हैं और उन्हें अब न केवल मध्य प्रदेश में बल्कि पूरे देश में बंद कर देना चाहिए.’
साध्वी ने फिल्म निर्माताओं को चर्च, मदरसा, बाइबिल और कुरान जैसे विषयों पर फिल्म बनाने की चुनौती दी.
ठाकुर ने कहा कि वामपंथी विचारधारा के निर्देशक और निर्माता आजादी के बाद से ही लगातार हिंदुओं, उनके इतिहास और मूर्तियों को निशाना बना रहे हैं.
भोपाल की लोकसभा सांसद ने यह भी कहा कि कोई लव जिहाद के विषय पर फिल्म नहीं बनाता और जमीन का जिहाद भी चल रहा है.