पणजी, 20 अगस्त (आईएएनएस)। गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर ने गुरुवार को कहा कि एक रिश्वतखोरी मामले के आरोपी उनके रिश्तेदार और अन्य सरकारी अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया जाना चाहिए।
पारसेकर ने मामले की जांच कर रहे भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की जांच में हस्तक्षेप न करने का भी वादा किया।
मुख्यमंत्री ने कहा, “वह (दिलीप मालवंकर) मेरा रिश्तेदार है। कोई व्यक्ति प्रत्येक रिश्तेदार के कामों पर नजर नहीं रख सकता। कानून अपना काम करेगा। मैं कभी पुलिस की जांच में दखल नहीं दूंगा।”
उन्होंने कहा, “दोनों को तत्काल प्रभाव से औद्योगिक विकास निगम से निलंबित कर दिया जाना चाहिए।”
दिलीप मालवंकर और अजित गुणेकर राज्य सरकार की ओर से संचालित औद्योगिक विकास निगम में फील्ड मैनेजर हैं। गुरुवार रात भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अधिकारियों ने उनको उत्तरी गोवा स्थित तुएम औद्योगिक एस्टेट में एक आयुर्वेदिक मेडिसिन उत्पादन परियोजना के लिए भूमि आवंटित कराने की एवज में एक लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया। आरोप है कि यह रिश्वत जयपुर के एक फर्म के प्रमोटर ने दी।
वहीं, कांग्रेस ने पारसेकर से गृह मंत्रालय का प्रभार छोड़ने की मांग की।
कांग्रेस प्रवक्ता दुर्गादास कामत ने यहां एक बयान में कहा, “मुख्यमंत्री के करीबी रिश्तेदार को एसीबी द्वारा रंगे हाथों पकड़ा जाना बहुत शर्मनाक है। मुख्यमंत्री को एक निष्पक्ष और त्रुटिपूर्ण जांच के लिए गृह मंत्रालय से इस्तीफा दे देना चाहिए।”