कन्नूर (केरल), 16 फरवरी (आईएएनएस)। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के एक कार्यकर्ता की हत्या के आरोप में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के आठ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, “गिरफ्तार लोगों का संबंध माकपा से है, लेकिन अभी तक हत्या के पीछे कोई राजनैतिक वजह सामने नहीं आई है। फिर भी, सभी पहलुओं से मामले की जांच की जा रही है।”
आरएसएस कार्यकर्ता सुजीत (26) के घर में सोमवार रात हथियारबंद लोग घुसे थे। इन लोगों ने सुजीत पर हमला किया, उसके भाई और माता-पिता को भी नहीं बख्शा। अस्पताल ले जाने के दौरान सुजीत की मौत हो गई।
मामले में गिरफ्तारियां करने वाले वालापत्तनम पुलिस थाने के अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि पुलिस को सुजीत की हत्या के पीछे कोई राजनैतिक कारण नहीं मिला है।
कन्नूर माकपा के वरिष्ठ नेता एम.वी.जयराजन ने संवाददाताओं से कहा कि मामले का राजनीति से संबंध नहीं है। उन्होंने कहा, “हमारा मानना है कि यह छेड़छाड़ के एक मामले की प्रतिक्रिया में हुई घटना है।”
लेकिन, कन्नूर भाजपा के नेताओं का कहना है कि इस घटना में माकपा शामिल है।
राज्य भाजपा अध्यक्ष कुम्मनम राजशेखरन ने ट्विटर पोस्ट में लिखा कि वाम आतंक की वजह से उनकी पार्टी ने एक और उभरता हुआ सितारा खो दिया।
उन्होंने कहा, “माकपा को यह समझना होगा कि किसी को मारने से कुछ नहीं हासिल होगा। सीताराम येचुरी समेत माकपा के वरिष्ठ नेताओं के तिरुवनंतपुरम में एकत्र होने के कुछ ही देर बाद सुजीत को कन्नूर में मार डाला गया। समाज को इससे क्या संदेश दिया गया?”