वाशिंगटन, 3 अगस्त (आईएएनएस)। वर्तमान दौर में भले ही लोग स्मार्टफोन के पीछे दीवाने हों, लेकिन आने वाला वक्त ड्रोन का होगा और हर व्यक्ति की चाहत होगी कि उसके पास भी एक ड्रोन हो। नासा में भारतीय मूल के वैज्ञानिक परिमल कोपारडेकर ने यह बात कही है।
नासा तथा सिलिकॉन वैली चैप्टर ऑफ एसोसिएशन ऑफ अनमैन्ड व्हीकल सिस्टम्स इंटरनेशनल की मेजबानी में मानवरहित एरियल सिस्टम यातायात प्रबंधन पर एक सम्मेलन के दौरान कोपारडेकर ने कहा कि आगामी पांच से 10 साल के भीतर हर घर में एक ड्रोन हो सकता है।
समाचार पत्र यूएएसए टुडे ने नासा के सेफ ऑटोनोमस सिस्टम ऑपरेशन प्रोजेक्ट के प्रबंधक कोपारडेकर के हवाले से कहा, “मुझे लगता है कि एक समय आएगा, जब प्रत्येक घर में एक ड्रोन होगा।”
उन्होंने उल्लेख करते हुए कहा कि आप छत की निगरानी करने के लिए एक ड्रोन का इस्तेमाल करेंगे। आप घर से एक पेंचकस मंगाने के लिए भी ड्रोन का इस्तेमाल करेंगे।
उन्होंने कहा, “ऐसा पांच से 10 साल के भीतर होगा।”
वैज्ञानिकों के मुताबिक, ड्रोन का इस्तेमाल माल का वितरण, बुनियादी ढांचे की निगरानी, तलाश व बचाव तथा कृषि निगरानी कार्य में किया जा सकता है।
कोपारडेकर ने कहा, “जब ड्रोन बेहद मशहूर हो जाएंगे, तो आसमान में ड्रोन ही ड्रोन दिखाई देंगे, क्योंकि तब उनका वाणिज्यिक तौर पर इस्तेमाल शुरू हो जाएगा।”
गूगल, एमेजॉन, लॉकहिड मार्टिन, रेथेयॉन, एयरवेयर, ड्रोनडिप्लॉय, मैटरनेट, सिस्को तथा वेरिजॉन के साथ मिलकर नासा छोटे तथा कम ऊंचाई पर उड़नेवाले ड्रोन के एक एयर ट्रैफिक कंट्रोल प्रणाली के विकास की दिशा में काम कर रहा है।
कोपारडेकर ने कहा, “हम 125 कंपनियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और यह विकासरत है।”